

भारतीय शेयर बाजार ने तेजी के साथ शुरुआत की। सेंसेक्स 82,350 और निफ्टी 25,235 अंक पर मजबूत ट्रेड कर रहे हैं। बजाज फाइनेंस और एनटीपीसी जैसे शेयरों ने अच्छी बढ़त दर्ज की, जबकि टेक महिन्द्रा और एक्सिस बैंक में गिरावट रही। निवेशकों के लिए सकारात्मक संकेत।
सेंसेक्स और निफ्टी में मजबूत उछाल
New Delhi: भारतीय शेयर बाजार 15 अक्टूबर बुधवार को हरे निशान के साथ खुला। बीएसई सेंसेक्स 167.27 अंक की तेजी के साथ 82,197.25 पर ओपन हुआ, जबकि एनएसई निफ्टी 50 ने 36.45 अंक या 0.14 प्रतिशत की बढ़त के साथ 25,181.95 पर कारोबार शुरू किया। बाजार ने तेजी के साथ कारोबार जारी रखा और सुबह 9:25 बजे तक सेंसेक्स 320 अंक की उछाल लेकर 82,350 और निफ्टी 90 अंकों की बढ़त के साथ 25,235 पर ट्रेड कर रहा था।
बाजार में बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, एनटीपीसी, पावरग्रिड और भारती एयरटेल ने अच्छी बढ़त दर्ज की। इन कंपनियों के शेयरों में निवेशकों की अच्छी दिलचस्पी देखी गई।
वहीं टेक महिन्द्रा, एक्सिस बैंक, इंफोसिस और टाइटन के शेयर आज कमजोर नजर आए और इन कंपनियों के शेयरों में गिरावट दर्ज हुई।
शेयर बाजार में तेजी
14 अक्टूबर को मंगलवार को बाजार में भारी गिरावट देखी गई थी। सेंसेक्स 297.02 अंक यानी 0.36 प्रतिशत गिरकर 82,029.98 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 50 ने 81.85 अंक या 0.32 प्रतिशत की गिरावट के साथ 25,145.50 पर ट्रेडिंग बंद की। उस दिन बीएसई में टेक महिन्द्रा, आईसीआईसीआई बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर और पावरग्रिड टॉप गेनर थे। वहीं टीसीएस, बीईएल, टाटा स्टील, एनटीपीसी और बजाज फाइनेंस लूजर रहे। निफ्टी बैंक, मिडकैप और ऑटो इंडेक्स में भी गिरावट दर्ज की गई।
Share Market: भारतीय शेयर बाजार की हुई मिली-जुली शुरुआत, सेंसेक्स गिरा, जानें निफ्टी के हाल
मंगलवार को बाजार में भारी बिकवाली और वैश्विक उतार-चढ़ाव के कारण लाल निशान दिखा। वैश्विक स्तर पर आर्थिक अनिश्चितता और निवेशकों के मूड में कमजोरी के चलते भारतीय बाजार पर भी दबाव बना।
हालांकि बुधवार को बाजार ने सकारात्मक रुख दिखाते हुए अच्छी तेजी के साथ शुरुआत की। सेंसेक्स 77 अंकों की बढ़त के साथ 82,404 और निफ्टी 50 ने 50 अंकों की तेजी के साथ 25,277 पर कारोबार शुरू किया था।
विश्लेषकों का कहना है कि बाजार में सुधार की यह चाल निवेशकों के लिए सकारात्मक संकेत है। वैश्विक बाजारों में स्थिरता और घरेलू आर्थिक संकेतकों में सुधार से शेयर बाजार में धारणा बेहतर हुई है। निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि वे दीर्घकालीन दृष्टिकोण से निवेश करें और बाजार के उतार-चढ़ाव से घबराएं नहीं।