

बिहार चुनाव से पहले सियासी हलचल तेज हो गई है। प्रशांत किशोर के आरोपों पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने सम्राट चौधरी, दिलीप जायसवाल और मंगला पांडेय को सार्वजनिक सफाई देने की मांग की है। उनके बयान ने भाजपा में अंदरूनी मतभेद और सियासी तापमान दोनों बढ़ा दिए हैं।
आर के सिंह के बयानों ने बढ़ाया सियासी पारा
Patna: बिहार में चुनाव से पहले सियासत हलचल तेज हो गई है। भाजपा के अंदरूनी झगड़े खुलकर सामने आ रहे हैं। इसी बीच आर. के. सिंह के बयानों ने सियाही पारा बढ़ा दिया है। जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर के लगातार भारतीय जनता पार्टी के कई नेताओं पर गंभीर आरोप लगाने के बाद बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री आरके सिंह का बयान सामने आया है। उनके इस बयान से बिहार में चुनाव से पहले सियाही सरगर्मियां तेज हो गई है।
सोमवार, 22 सितंबर 2025 को आर. के. सिंह ने चुनौती दी कि जो भी भाजपा नेताओं पर आरोप लगाए गए है उन्हें सामने आकर अपनी बात रखनी चाहिए और अपनी सफाई देनी चाहिए।
आर. के. सिंह ने पार्टी के नेताओं सम्राट चौधरी, दिलीप जायसवाल और मंगल पांडेय से कहा है कि प्रशांत किशोर (PK) द्वारा लगाए गए आरोपों का साफ‑साफ जवाब दें, वरना पार्टी छोड़ दें।
बिहार में विधानसभा चुनाव के समय ये आरोप और बयान भाजपा के लिए चुनौतियां खड़ी कर रहे हैं। आर. के. सिंह ने यह भी कहा है कि वे विरोधियों वा आंतरिक विरोधियों को टिकट देने की स्थितियों को लेकर सत्ता‑संघर्ष पर विचार कर रहे हैं। विपक्ष और मीडिया में यह चर्चा चल रही है कि इन आरोपों से भाजपा‑जदयू गठबन्धन को कितना राजनीतिक झटका लगेगा।
PK ने दावा किया है कि सम्राट चौधरी ने सातवीं तक पढ़ाई की है और उनके पास मैट्रिक या ग्रेजुएशन की डिग्री नहीं है। दिलीप जायसवाल पर आरोप है कि उन्होंने फंडिंग में गड़बड़ी की है और भ्रष्टाचार के मामलों में शामिल हैं। मंगल पांडेय भी आरोप की भागीदारी में हैं; PK ने कहा है कि उनके द्वारा पत्नी के नाम पर फ्लैट खरीदा गया और कुछ लेन‑देनों की सफाई नहीं की गई।