रेप पीड़िता के इस कदम से योगी सरकार कटघरे में
यूपी में रेप के मामले बढ़ते ही जा रहे है। पुलिस और सरकार से आस लगाये कई पीड़तों को न्याय नहीं मिल रहा है जो सरकार के रवैये पर सवालिया निशान लगाता है।
इलाहाबाद: यूपी के इलाहाबाद से एक और गैंगरेप का मामला सामने आया है जहां रेप पीड़िता को न्याय नहीं मिलने के कारण उसने आत्महत्या कर ली जो योगी सरकार के नेतृत्व पर बड़ा सवाल खड़ा करती है।
जानिये क्या है पूरा मामला
यह मामला इलाहाबाद शहर से करीब 50 किलोमीटर दूर का है। घर पर ही दुकान चलाने वाले रामप्रसाद की बड़ी बेटी को उस टाइम अगवा कर लिया गया जब वे घर के बाहर के बरामदे में सो रही थीं। गांव के ही चार लोगों ने अगवा करने के बाद दोनों लड़कियों को उनके घर के सामने की दुकान में गैंगरेप किया।
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बेटी की चीख-पुकार सुनकर रामप्रसाद की आंख खुली और उन्होंने वहां जाकर देखा तो वहां का माजरा ही कुछ और था। रामप्रसाद ने इसकी पुलिस फौरन पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंच कर तीन आरोपियों को हिरासत में लिया। तो वहीं एक आरोपी पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। फरार आरोपी ही पीड़ित परिजनों को जान से मारने की धमकी देकर केस वापस लेने के लिए दबाव बना रहा था।
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वहीं पीड़त के परिवार वालों का कहना है कि पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज करने के बजाय पीड़ित लड़की व उसके परिवार वालों को डराया-धमकाया और उन पर समझौते का दबाव डाला।