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रायबरेली में एक युवक ने प्रशासनिक अनदेखी और सिस्टम की लापरवाही के विरोध में विकास भवन के बाहर धरना दिया। खुले आसमान के नीचे बैठे युवक ने 20 साल से जमे अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए और कार्रवाई की मांग की।
Raebareli: उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले में प्रशासनिक लापरवाही के खिलाफ एक युवक का विरोध प्रदर्शन चर्चा का विषय बन गया है। युवक ने विकास भवन के बाहर खुले आसमान के नीचे धरना देकर सिस्टम पर गंभीर सवाल खड़े किए। उसका आरोप है कि वर्षों से की जा रही शिकायतों के बावजूद प्रशासन ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।
धरने पर बैठे युवक ने कहा कि विकास भवन में कई अधिकारी पिछले 20 वर्षों से एक ही पद पर जमे हुए हैं, जिससे कामकाज में पारदर्शिता खत्म हो गई है। उसका आरोप है कि ऐसे अधिकारी आम जनता की समस्याओं को गंभीरता से नहीं लेते और फाइलें जानबूझकर लंबित रखी जाती हैं।
युवक का कहना है कि उसने कई बार संबंधित विभागों में लिखित शिकायतें दीं, लेकिन हर बार उसे सिर्फ आश्वासन ही मिला। जब समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, तो उसने धरने का रास्ता अपनाया। धरने के दौरान युवक ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की और अधिकारियों पर मिलीभगत का आरोप लगाया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि युवक की मांगें पूरी तरह गलत नहीं हैं। उनका आरोप है कि विकास से जुड़े कई मामलों में अनावश्यक देरी की जाती है और आम नागरिकों को बार-बार कार्यालयों के चक्कर लगाने पड़ते हैं।
धरने की सूचना मिलने पर प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और युवक से बातचीत की कोशिश की। अधिकारियों ने मामले की जांच का आश्वासन दिया है। हालांकि युवक का कहना है कि जब तक ठोस कार्रवाई नहीं होती, तब तक वह अपना विरोध जारी रखेगा।
इस घटना ने एक बार फिर प्रशासनिक व्यवस्था और जवाबदेही पर सवाल खड़े कर दिए हैं। लोग उम्मीद कर रहे हैं कि धरने के बाद प्रशासन शिकायतों को गंभीरता से लेगा और जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई करेगा।