Chamoli News: जंगली सुअरों के हमले से 60 वर्षीय महिला लहूलुहान, हायर सेंटर रेफर, वन विभाग ने की मदद

देवाल के मुन्दोली गांव में जंगली सुअर के हमले में 60 वर्षीय महिला भवानी देवी गंभीर रूप से घायल हो गईं। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से हायर सेंटर रेफर करने के बाद, वन विभाग ने घायल महिला को तत्काल 10,000 रुपए की सहायता दी।

Post Published By: Tanya Chand
Updated : 13 September 2025, 4:29 PM IST
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Chamoli: उत्तराखंड के चमोली जिले के विकासखंड देवाल के मुन्दोली गांव में आज सुबह एक 60 वर्षीय वृद्धा भवानी देवी को जंगली सुअरों ने बुरी तरह से घायल कर दिया। यह घटना उस समय हुई जब भवानी देवी गांव के पास स्थित रामसिंह धार के जंगल में अपने मवेशियों के लिए चारापत्ती लेने गई थी। अचानक एक जंगली सुअर ने उनपर हमला कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गईं। महिला की चीख़-पुकार सुनकर जंगल में अन्य महिलाओं ने मदद के लिए आवाज़ उठाई, जिससे सुअर भाग गया।

स्थानीय लोग मदद के लिए आगे आए

घटना के बाद गांव में खलबली मच गई। भवानी देवी की स्थिति को देखते हुए क्षेत्र पंचायत प्रतिनिधि कलमसिंह और खुशहाल सिंह ने तत्काल सूचना दी और ब्लॉक प्रमुख देवाल के सहयोग से वृद्धा को प्राथमिक उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र देवाल भेजा गया। ब्लॉक प्रमुख ने बताया कि उन्होंने खुद चमोली के सीएमओ और स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टरों से बात की और महिला को उचित इलाज के लिए निर्देश दिए।

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स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टरों ने महिला को प्राथमिक उपचार दिया, लेकिन उनकी स्थिति गंभीर देखी गई। डॉ. मनन जुयाल और डॉ. रिचा परिहार ने बताया कि महिला की चोटें काफी गहरी हैं, और उसे तत्काल हायर सेंटर रेफर किया गया है।

वन विभाग ने मदद की पेशकश की

बद्रीनाथ वन प्रभाग के देवाल रेंज के वन क्षेत्राधिकारी मनोज देवराडी ने भी इस मामले में त्वरित प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि घायल महिला को तुरंत उपचार के लिए 10,000 रुपए की धनराशि दी गई। इसके अलावा, वन विभाग ने अन्य आवश्यक सहायता देने के लिए नियमानुसार कार्यवाही भी शुरू कर दी है। उन्होंने यह भी कहा कि महिला की मदद के लिए जो भी आवश्यक कदम होंगे, वह तुरंत उठाए जाएंगे।

 

घटना के बाद की स्थिति

इस घटना से स्थानीय ग्रामीणों में डर और चिंता का माहौल है। जंगली सुअरों का हमला अब तक कई बार हो चुका है, लेकिन यह सबसे गंभीर हमला माना जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि जंगली सुअरों के आतंक से न सिर्फ उनके जीवन और संपत्ति को खतरा है, बल्कि उनके पशुधन को भी नुकसान हो रहा है।

ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग और स्थानीय प्रशासन को जंगली सुअरों की संख्या पर काबू पाने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए। कई ग्रामीणों ने यह भी सुझाव दिया कि जल्द से जल्द जंगली सुअरों के आतंक से निपटने के लिए विशेष अभियान चलाया जाए।

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स्थानीय प्रतिनिधियों की प्रतिक्रिया

कलमसिंह और खुशहाल सिंह ने इस घटना पर अपनी चिंता जताई और कहा कि वे जल्द ही इस मुद्दे को लेकर उच्च अधिकारियों से मिलेंगे, ताकि इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके। ब्लॉक प्रमुख ने भी इस मुद्दे को गंभीरता से लिया है और कहा कि अगर वन विभाग की ओर से मदद की आवश्यकता पड़ी, तो वह आगे बढ़कर सहायता करेंगे।

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