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गुरुवार को भी मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र ने बागेश्वर, चंपावत, देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल, पौड़ी, टिहरी और उधम सिंह नगर जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा का रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं जम्मू के किश्तवाड़ के चशोती में बदल फटने से कई लोगों की मौत की आशंका जताई जा रही है।
देहरादून: उत्तराखंड में गुरुवार को भी मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र ने बागेश्वर, चंपावत, देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल, पौड़ी, टिहरी और उधम सिंह नगर जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा का रेड अलर्ट जारी किया है। लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है, वहीं नदियों और बरसाती नालों का जलस्तर खतरनाक स्तर को पार कर गया है। कई स्थानों पर सड़कों के टूटने और पानी भरने से यातायात प्रभावित हो रहा है, जिससे ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों में लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं जम्मू के किश्तवाड़ के चशोती में बदल फटने से कई लोगों की मौत की आशंका जताई जा रही है। वहीं मौके पर राहत और बचाव टीम पहुंची है। बादल फटने से इलाके में बाढ़ आ गई।
स्कूल बंद और सख्त हिदायतें
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जानकारी के मुताबिक, स्थिति की गंभीरता को देखते हुए नैनीताल और देहरादून सहित कई जिलों में स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया है। पुलिस और प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे नदी-नालों के किनारे न जाएं और पहाड़ी क्षेत्रों की यात्रा से फिलहाल परहेज करें। आपदा प्रबंधन दल और राहतकर्मी लगातार संवेदनशील इलाकों की निगरानी कर रहे हैं ताकि आपात स्थिति में तुरंत मदद पहुंचाई जा सके।
पहाड़ और मैदान दोनों प्रभावित
भारी बारिश का असर पूरे प्रदेश में महसूस किया जा रहा है। पहाड़ों में भूस्खलन, बिजली आपूर्ति बाधित होने और सड़कों के बंद होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त है, जबकि मैदानी इलाकों में उफनती नदियां और नाले गांवों, खेतों और घरों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने सभी जिलाधिकारियों को चौबीसों घंटे अलर्ट पर रहने और आवश्यक एहतियाती कदम उठाने के निर्देश जारी किए हैं।