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उत्तराखंड में दिसंबर के मध्य तक सर्दी चरम पर है। पहाड़ी जिलों में तापमान शून्य से नीचे पहुंच गया है, जबकि मैदानी इलाकों में घना कोहरा और बढ़ता प्रदूषण चिंता का विषय बना हुआ है। मौसम शुष्क बना रहेगा।
उत्तराखंड में सर्दी का सितम (सोर्स- गूगल)
Dehradun: दिसंबर माह का एक पखवाड़ा बीतते ही उत्तराखंड में ठंड ने अपना विकराल रूप दिखाना शुरू कर दिया है। मैदान से लेकर ऊंचे हिमालयी क्षेत्रों तक तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। राज्य के पहाड़ी जनपदों-खासतौर पर चमोली और रुद्रप्रयाग में तापमान शून्य से नीचे चला गया है, जिससे आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।
चमोली जिले में स्थित सिखों के पवित्र तीर्थ स्थल हेमकुंड साहिब में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। यहां रात का तापमान माइनस 10 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। हेमकुंड साहिब का सरोवर पूरी तरह से जम चुका है। ऊंचाई वाले इलाकों में बहने वाले गाड़-गदेरे और झरने भी बर्फ में तब्दील हो गए हैं।
हालांकि दिसंबर का आधा महीना गुजर जाने के बावजूद अभी तक अच्छी बर्फबारी नहीं हुई है। इससे पहाड़ी क्षेत्रों में ‘सूखी ठंड’ का असर अधिक महसूस किया जा रहा है। केदारनाथ धाम समेत कई ऊंचाई वाले धार्मिक स्थलों पर भी बर्फबारी का इंतजार बना हुआ है।
पहाड़ी जिलों के साथ-साथ उत्तराखंड के मैदानी इलाकों में भी मौसम चुनौतीपूर्ण बना हुआ है। हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर और देहरादून में सुबह और रात के समय घना कोहरा छाया रहता है। कोहरे के कारण दृश्यता बेहद कम हो रही है, जिससे वाहन चालकों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
सुबह-शाम हाईवे पर वाहन चलाना जोखिम भरा हो गया है और कई स्थानों पर सड़क दुर्घटनाओं की घटनाएं सामने आ रही हैं। हालांकि दोपहर के समय देहरादून जैसे मैदानी क्षेत्रों में तापमान अपेक्षाकृत सामान्य बना हुआ है।
पहाड़ से मैदान तक जनजीवन प्रभावित (सोर्स- गूगल)
मौसम विभाग के अनुसार, अगले एक सप्ताह तक उत्तराखंड में मौसम मुख्यतः शुष्क बना रहेगा। हालांकि अगले 24 से 48 घंटों में एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के संकेत हैं, जिससे 3500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बारिश और बर्फबारी संभव है।
अगले 4–5 दिनों में न्यूनतम तापमान में 2–3 डिग्री सेल्सियस की और गिरावट आ सकती है, जिससे रातें और अधिक ठंडी हो जाएंगी। 20 दिसंबर तक अधिकांश जिलों में मौसम शुष्क रहने की संभावना जताई गई है।
राजधानी देहरादून में ठंड के साथ-साथ वायु प्रदूषण ने भी चिंता बढ़ा दी है। बुधवार को देहरादून का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 322 दर्ज किया गया, जो ‘बेहद खराब’ श्रेणी में आता है। दिल्ली के प्रदूषण से राहत पाने उत्तराखंड आए पर्यटकों को भी यहां धुंध और खराब हवा का सामना करना पड़ रहा है।
खासकर सांस और एलर्जी से जुड़े मरीजों को अधिक परेशानी हो रही है। विशेषज्ञों ने लोगों को सुबह-शाम अनावश्यक बाहर निकलने से बचने और मास्क का उपयोग करने की सलाह दी है।
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मौसम विभाग के अनुसार, बीते दिन देहरादून का अधिकतम तापमान 21.4 डिग्री और न्यूनतम 6.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पंतनगर में अधिकतम 18.6 और न्यूनतम 8.4 डिग्री रहा। मुक्तेश्वर का अधिकतम तापमान 21.5 और न्यूनतम 7.5 डिग्री, जबकि नई टिहरी में अधिकतम 21.2 और न्यूनतम 8.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।