

रुद्रप्रयाग में आपदा के बीच स्वास्थ्य विभाग ने गर्भवती महिलाओं की सुरक्षित डिलीवरी सुनिश्चित की है। छह टीमें क्षेत्र में तैनात हैं, जो विभिन्न प्रभावित गांवों में चिकित्सा सेवाएं प्रदान कर रही हैं। प्रशासन राहत कार्यों में जुटा है।
रुद्रप्रयाग में आपदा राहत कार्यों में जुटे स्वास्थ्य विभाग की टीमें
Rudraprayag: रुद्रप्रयाग जनपद में पिछले कुछ दिनों से प्राकृतिक आपदाओं का कहर जारी है। जहां एक ओर जिले में बाढ़ और भूस्खलन जैसी घटनाओं ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है, वहीं दूसरी ओर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग अपनी समर्पित सेवा से प्रभावित लोगों के बीच उम्मीद की किरण बने हुए हैं।
जिलाधिकारी प्रतीक जैन के नेतृत्व में राहत एवं बचाव कार्य युद्ध स्तर पर चलाए जा रहे हैं। प्रभावित क्षेत्रों में सड़कें खोलने, बिजली और पानी की आपूर्ति बहाल करने के साथ-साथ अन्य बुनियादी सुविधाएं प्रदान करने के प्रयास तेज़ी से किए जा रहे हैं। प्रशासन ने विभिन्न क्षेत्रों में नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की है, जो फील्ड से लगातार फीडबैक लेकर राहत कार्यों को सुचारु रूप से चला रहे हैं।
आपदा के बीच रुद्रप्रयाग का स्वास्थ्य विभाग भी अपनी भूमिका निभाते हुए अत्यधिक कठिन परिस्थितियों में मेडिकल सेवाएं प्रदान कर रहा है। विभाग की टीमें अब तक कई कठिन इलाकों में पैदल चलकर घर-घर पहुंची और तीन गर्भवती महिलाओं की सुरक्षित डिलीवरी करवाई, जो आपदा के कारण अस्पताल नहीं पहुंच सकीं।
बगसिर बगड़ गांव में 31 अगस्त को 21 वर्षीय गर्भवती महिला की घर पर डिलीवरी स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सफलतापूर्वक की। इसके बाद उछोला गांव में एक महिला को रात के समय प्रसव पीड़ा शुरू हुई। परिजनों के संपर्क करने पर, स्वास्थ्य विभाग ने तत्काल एक चार सदस्यीय टीम भेजी, जिसने महिला की घर पर डिलीवरी करवाई और उसे स्वस्थ बच्ची का जन्म दिया।
एक और मामला खोड़ डांगी जखोली क्षेत्र से सामने आया, जहां स्वास्थ्य विभाग की पांच सदस्यीय टीम ने 23 वर्षीय नीता की डिलीवरी करवाई। टीम ने सात किलोमीटर पैदल चलकर उसकी मदद की। डॉ. खुशपाल और डॉ. अयोध्या के नेतृत्व में यह कार्य सफलता पूर्वक संपन्न हुआ।
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मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डॉ. राम प्रकाश ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों में छह टीमें तैनात की हैं। इन टीमों में डॉक्टर, फार्मासिस्ट और अन्य स्वास्थ्यकर्मी शामिल हैं, जो लगातार प्रभावित क्षेत्रों में जाकर चिकित्सा सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। प्रत्येक टीम न केवल डिलीवरी कर रही है, बल्कि स्थानीय लोगों की स्वास्थ्य स्थिति की निरंतर निगरानी भी कर रही है।