

चारधाम यात्रा के दौरान मांस की तस्करी का बड़ा मामला सामने आया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
बरामद माल को नष्ट करती पुलिस
रुद्रप्रयाग: चारधाम यात्रा के दौरान केदारनाथ मार्ग पर चौकी फाटा पुलिस ने 4 नेपाली नागरिकों को 75 किग्रा मटन और चिकन के साथ गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियो के खिलाफ चालन की बड़ी कार्रवाई की।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार पुलिस ने पकड़े गये मांस को गड्डों में डालकर विनष्टीकरण किया।
मांस को विनिष्ट करती पुलिस
पुलिस ने बताया कि चौकी फाटा क्षेत्रान्तर्गत चेकिंग के दौरान कुल चार नेपाली व्यक्तियों के कब्जे से तकरीबन 75 कि.ग्रा. मटन व चिकन अलग-अलग छोटी-छोटी थैलियों व कट्टों में रखा गया था। यह बरामदगी अलग-अलग समय पर हुई है।
पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि आजकल काफी नेपाली मजदूर गौरीकुण्ड में मजदूरी कर रहे हैं। वे अपने अन्य साथियों जो घोड़ा-खच्चर संचालन और हाकर का काम देख रहे उन्हें मांस ऊंचे दामों पर पहुंचा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि इनके द्वारा यह मांस (मटन व चिकन) रुद्रप्रयाग व अगस्त्यमुनि क्षेत्रान्तर्गत स्थित अलग-अलग दुकानों से खरीदा गया था।
पुलिस ने बताया कि इन सभी नेपालियों के विरुद्ध उत्तराखण्ड पुलिस अधिनियम के अन्तर्गत चालानी कार्यवाही की गई तथा बरामद मांस को अलग-अलग गड्डों में डालकर व उसके ऊपर आवश्यकतानुसार फिनाइल इत्यादि डालकर विनष्टीकरण करने की कार्यवाही की गयी।
मटन-चिकन के साथ पकड़े गये नेपालियों की पहचान भीम बहादुर पुत्र मंजीत बहादुर निवासी नेपाल राष्ट्र (हाल मजदूर गौरीकुण्ड), विशाल बहादुर पुत्र रामप्रसाद निवासी नेपाल राष्ट्र (हाल मजदूर गौरीकुण्ड), दिलीप शाही पुत्र विशम्बर शाही निवासी नेपाल राष्ट्र (हाल मजदूर गौरीकुण्ड), ज्ञानेन्द शाही पुत्र अंगबहादुर शाही निवासी नेपाल राष्ट्र के रूप में हुई है।
पुलिस ने बताया कि अब तक जनपद में इन 13 दिनों में लगभग 150 किग्रा मांस के विनष्टीकरण की कार्यवाही की गयी है। इस कार्य में संलिप्त 11 व्यक्तियों के विरुद्ध चालानी कार्यवाही की गयी है।
रुद्रप्रयाग एसपी ने बताया कि जिले में धार्मिक यात्रा के दौरान अवांछित गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ प्रभावी कार्यवाही की जा रही है। इसी क्रम में जिले की चौकी फाटा (थाना गुप्तकाशी) की टीम ने अलग अलग स्थानों से चार नेपाली युवकों को हिरासत में लिया है।
चारधाम यात्रा के दौरान चिकन और मटन की तस्करी के बढ़ते मामलों को देखते हुए पुलिस ने जांच और तलाशी को और कड़ा कर दिया है।