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रुद्रप्रयाग में 6.7 तीव्रता के भूकंप से जिला चिकित्सालय, उद्योग भवन व जवाड़ी बाइपास को भारी नुकसान हुआ। सुमेरपुर रेलवे सुरंग में 40-50 श्रमिकों के फंसे होने की आशंका। जिला प्रशासन ने राहत एवं बचाव कार्य तेज किए, टीमें मौके पर जुटीं।
रुद्रप्रयाग में भूकंप के झटके
Rudraprayag: रुद्रप्रयाग जनपद में गुरुवार 15 नवंबर 2025 की सुबह 9:45 बजे 6.7 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप के झटके महसूस किए गए। यह भूकंप आपदा प्रबंधन की तैयारी का आंकलन करने के लिए आयोजित मॉक ड्रिल का एक हिस्सा था, लेकिन अभ्यास के दौरान बनाए गए परिदृश्य ने वास्तविक आपदा से कम स्थिति नहीं दिखाई। जिला प्रशासन ने तत्काल राहत व बचाव अभियान की शुरुआत की और सभी विभागों को हाई अलर्ट पर रखा।
भूकंप के बाद आई प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार जिला चिकित्सालय कोटेश्वर की इमारत में भारी क्षति पहुंची है। इसके अलावा उद्योग विभाग भवन व भटवाड़ी सैण में भी दरारें और ढहने की घटनाएं सामने आईं। प्रशासन ने प्रभावित इलाकों की घेराबंदी कर भवनों की संरचनात्मक जांच शुरू कर दी है।
जवाड़ी बाइपास पर भूकंप के दौरान गंभीर भू-धंसाव की सूचना मिली। सड़क टूटने से एक मैक्स वाहन गहरी खाई में गिर गया। वाहन में सवार लोगों की तलाश की जा रही है और SDRF की टीम को मौके पर भेजा गया है।
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सबसे गंभीर स्थिति सुमेरपुर में निर्माणाधीन रेलवे सुरंग के भीतर सामने आई। मेघा कंपनी द्वारा दी गई सूचना में बताया गया कि सुरंग में भूकंप के बाद भारी मलबा घुस गया और प्रवेश द्वार बंद हो गया। लगभग 40 से 50 मजदूरों के अंदर फंसे होने की आशंका है। प्रशासन ने तुरंत बचाव दल रवाना किया, जबकि सुरंग की स्थिरता का आकलन विशेषज्ञों द्वारा किया जा रहा है।
जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र से हालात पर नजर रखी जा रही है। जनपद स्तरीय IRS टीम के नोडल अधिकारियों को तुरंत उपस्थित होने के निर्देश दिए गए हैं। मेडिकल, SDRF, फायर सर्विस और स्थानीय पुलिस को संयुक्त रूप से तैनात कर दिया गया है। हेल्पलाइन नंबर सक्रिय कर दिए गए हैं, ताकि जानकारी तुरंत साझा की जा सके।
लोगों से अपील की गई है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और सुरक्षित स्थान पर रहें। प्रशासन ने सभी विभागों को तैयार रहने और संसाधनों को तत्परता के साथ उपयोग में लाने को कहा है।