

क्लीनिकों में प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री करने वालों पर कार्रवाई की गई है। मामले की पूरी जानकारी के लिए पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट
मेडिकल स्टोर और क्लीनिकों पर छापेमारी ( सोर्स - रिपोर्टर )
नैनीताल: नैनीताल जिलाधिकारी वंदना सिंह के निर्देश पर ड्रग इंस्पेक्टर मीनाक्षी बिष्ट के नेतृत्व में लालकुआं नगर क्षेत्र के कई मेडिकल स्टोर और क्लीनिकों पर छापेमारी की गई, जिसमें कई गड़बड़ियां सामने आईं। जांच के दौरान एक मेडिकल स्टोर पर भारी अनियमितताएं पाए जाने के बाद उसका लाइसेंस निरस्त करने की संस्तुति की गई है। इस अचानक हुई कार्रवाई से क्षेत्र के मेडिकल स्टोर संचालकों में खलबली मच गई।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता से मिली जानकारी के मुताबिक, प्रशासन को पिछले कुछ समय से लालकुआं नगर एवं आसपास के क्षेत्रों में अवैध रूप से संचालित मेडिकल स्टोर और क्लीनिकों में प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री और अनधिकृत संचालन की शिकायतें मिल रही थीं। इन्हीं शिकायतों के आधार पर यह कार्रवाई की गई।
ड्रग विभाग की टीम ने जनता मेडिकल स्टोर, मनोहर मेडिकल सहित तीन मेडिकल स्टोर्स पर छापेमारी की। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि कई संचालक दवाओं की खरीद-फरोख्त से जुड़े दस्तावेज, बिल और स्टॉक रजिस्टर तक नहीं दिखा सके। इसके अलावा, कुछ स्टोर पर अनाधिकृत दवाइयां और स्टाफ भी पाए गए। कई मामलों में फार्मासिस्ट की अनुपस्थिति भी देखी गई, जो मेडिकल मानकों का गंभीर उल्लंघन है।
ड्रग इंस्पेक्टर मीनाक्षी बिष्ट ने बताया कि छापेमारी के दौरान एक मेडिकल स्टोर पर नियमों का पालन न होने, दस्तावेजों की अनुपलब्धता और अन्य गंभीर अनियमितताओं के चलते उसका लाइसेंस निरस्त करने की संस्तुति विभाग को भेजी गई है। अन्य दो मेडिकल स्टोर्स से स्पष्टीकरण मांगा गया है, और नियमानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी और जो भी मेडिकल स्टोर या क्लीनिक नियमों के खिलाफ पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। इस कार्रवाई की भनक लगते ही कई मेडिकल स्टोर और क्लीनिक अचानक बंद कर दिए गए और उनके संचालक मौके से फरार हो गए। स्थानीय लोगों और मरीजों के लिए यह छापेमारी एक चेतावनी के रूप में देखी जा रही है, जो चिकित्सा सेवा में पारदर्शिता और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए जरूरी है। प्रशासन ने साफ किया है कि जिलेभर में चल रहे बिना लाइसेंस, बिना योग्य फार्मासिस्ट और नियमों के विरुद्ध संचालित मेडिकल स्टोर्स पर कार्रवाई लगातार की जाएगी।