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नैनीताल: भ्रष्टाचार की भेंट चढ़े गौला नदी पर बने करोड़ों रुपए के तटबंध, ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ा बाढ़ का खतरा

नैनीताल के लालकुआं स्थित गौला नदी के किनारे बनाएं गए करोड़ों रुपए के तटबंध और चेकडैम हल्की सी बरसात में क्षतिग्रस्त हो गए। जिससे ग्रामीणों ने सरकार पर निशाना साधा है।
Post Published By: Jay Chauhan
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नैनीताल: भ्रष्टाचार की भेंट चढ़े गौला नदी पर बने करोड़ों रुपए के तटबंध, ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ा बाढ़ का खतरा

नैनीताल: जनपद के लालकुआं स्थित गौला नदी के किनारे किसानों की जमीन को बचाने के लिए बनाएं गए करोड़ों रुपए के तटबंध और चेकडैम हल्की सी बरसात में क्षतिग्रस्त हो गए जिससे इलाके में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। हल्की सी बरसात भी नहीं झेल पाए करोड़ों के तटबंध और चेकडैम टूटने के बाद विपक्ष ने सरकार पर जमकर हमला बोला है।

बता दें कि लालकुआं में किसानों की जमीनों को बचाने के लिए गौला नदी के किनारे करोड़ों रुपए के तटबंध और चेकडैम बनाए गए हैं।

कांग्रेस नेताओं ने टूटे तटबंधों का निरीक्षण कर तटबंध और चेकडैम पर सवाल खड़ा करते हुए भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है।

उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार पिछले 8 साल से प्रदेश में शासन कर रही है। शासन- प्रशासन को पता है कि हर साल गौला नदी उफ़ान पर आती है जिसमें नदी किनारे बसे लोगों को भारी नुक्सान झेलना पड़ता है।

पूर्व में भी कई लोगों की भूमि और घर नदी के पानी में बाहे गए लेकिन अभी तक इसका कोई स्थाई समाधान सरकार और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों नहीं खोज पाये।

कांग्रेस ने आरोप लगाते हुए कहा कि स्थानीय जनप्रतिनिधि इस आस में बैठे रहते हैं कि कब गौला नदी में बाढ़ आये, और कब चेकडैम और तटबंध टूटे ताकि उनके द्वारा निर्माण कार्य के नाम पर भारी लूट खसोट कि जा सकें।

उन्होंने कहा कि बाढ सुरक्षा के लिए बने खराब गुणवत्ता वाले तटबंध हल्की सी बरसात भी नहीं झेल पाए। कुछ तटबंध तो नदी के तेज बहाव में बहें भी गए।

विपक्ष ने कहा कि तटबंध निर्माण कार्य में जमकर भ्रष्टाचार खेल खेला गया है और यह पूरा भ्रष्टाचार स्थानीय जनप्रतिनिधियों के दबाव में किया गया है।

वरिष्ठ कांग्रेसी कुंदन सिंह मेहता के नेतृत्व में आज दर्जनों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गौला नदी किनारे बने तटबंधों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने स्थानीय जनप्रतिनिधियों और सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया।

कांग्रेसी नेता ने आरोप लगाया कि गौला नदी किनारे बने तटबंधों के निर्माण कार्य में करोड़ों की राशि खर्च की गई। बाबजूद इसके कई तटबंध हल्की सी बरसात में टूट गए। ऐसे में जाहिर हो रहा है कि करोड़ों रुपए से बनाएं गए तटबंधों में बंदरबांट की गई है।

उन्होंने आरोप लगाया कि स्थानीय जनप्रतिनिधि दावे तों बहुत करते हैं लेकिन नदी में बाढ़ आने के बाद जब तटबंध टुटते है तो हाथ खड़े कर लेते हैं।

कुंदन सिंह मेहता ने साफ-साफ कहा कि तटबंध और चेकडैम निर्माण कार्य के नाम पर सत्ता पक्ष के लोग लूट-खसोट में लग जाते हैं। अगर गौला नदी में बाढ़ का स्थाई समाधान हो जाएगा तो फिर सत्ता पक्ष के लोगों को यह मौका नहीं मिलेगा।

इस दौरान उन्होंने शासन प्रशासन से टूटे तटबंधों और चेकडैम की उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने की मांग की। साथ ही चेतावनी दी है कि इस मामले में प्रशासन की ओर से कार्रवाई नहीं की गई। तो कांग्रेस पार्टी उग्र आंदोलन को बाध्य होंगी जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।

इधर स्थानीय लोगों ने मजबूत तटबंध बनाने की मांग की है। इस मौके पर कांग्रेस बिन्दुखत्ता ब्लांक अध्यक्ष पुष्कर सिंह दानू, प्रदीप बथ्याल , मुन्ना बिष्ट, सहित कई लोग मौजूद थे।

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