

रुद्रप्रयाग जिले के सोनप्रयाग में भू-धंसाव की घटना के बाद शटल पार्किंग आंशिक रूप से धंस गई है। कई वाहन मलबे में दबे और सड़क भी प्रभावित हुई। पुलिस ने क्षेत्र को खाली कर सुरक्षित किया है।
शटल पार्किंग आंशिक रूप से धंस गई
Rudraprayag: उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के चलते गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग पर भू-धंसाव की गंभीर घटना सामने आई है। सोनप्रयाग स्थित शटल पार्किंग का एक बड़ा हिस्सा सोमवार देर रात भू-धंसाव की चपेट में आकर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गया।
इस हादसे में पार्किंग में खड़े कई वाहन आंशिक रूप से धंस गए, जबकि कुछ वाहन सड़क के किनारे लटक गए। हालांकि राहत की बात यह रही कि घटना के समय पार्किंग में मौजूद लोगों को समय रहते बाहर निकाल लिया गया और किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
#उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले के सोनप्रयाग में भू-धंसाव की घटना के बाद शटल पार्किंग आंशिक रूप से धंस गई है। कई वाहन मलबे में दबे और सड़क भी प्रभावित हुई।#RudraprayagNews #GaurikundHighway #LandslideAlert pic.twitter.com/6ojfakfq3V
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) September 2, 2025
पुलिस ने संभाला मोर्चा, क्षेत्र सील
कोतवाली सोनप्रयाग पुलिस द्वारा स्थिति की गंभीरता को देखते हुए तुरंत कार्रवाई करते हुए पूरे क्षेत्र को खाली करवा दिया गया। पुलिस ने स्थानीय लोगों और यात्रियों को इस क्षेत्र से दूर रहने की सख्त हिदायत दी है। मौके पर पहुंचे पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने मलबा हटाने और धंसे वाहनों को सुरक्षित निकालने का कार्य शुरू कर दिया है। हालांकि लगातार बारिश के कारण राहत और बचाव कार्यों में रुकावट आ रही है।
यह हादसा ऐसे समय में हुआ है जब क्षेत्र में चारधाम यात्रा के चलते भारी संख्या में श्रद्धालु और पर्यटक मौजूद हैं। सोनप्रयाग से गौरीकुंड तक जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए यही शटल पार्किंग प्रमुख केंद्र है। भू-धंसाव के चलते अब पर्यटकों की गाड़ियां पार्किंग से हटाई जा रही हैं, जिससे यात्रा व्यवस्था प्रभावित हो सकती है। स्थानीय प्रशासन ने वैकल्पिक पार्किंग स्थल तलाशने के लिए बैठक बुलाई है और अस्थायी व्यवस्थाएं की जा रही हैं।
Rudraprayag Accident: ऋषिकेश-बदरीनाथ हाई-वे पर कैसे हुआ हादसा, घायल चालक ने बताई ये वजह
रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन ने इस भू-धंसाव की वास्तविक वजह जानने के लिए भूगर्भीय विशेषज्ञों की टीम को सोनप्रयाग रवाना कर दिया है। टीम स्थिति का निरीक्षण कर बताएगी कि आगे और कितना खतरा संभावित है और कौन-से क्षेत्र असुरक्षित घोषित किए जाने चाहिए। प्रशासन ने यह भी अपील की है कि लोग अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल प्रशासन द्वारा जारी किए गए सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।
क्षेत्र में बीते एक सप्ताह से लगातार हो रही बारिश के कारण भूमि की सतह कमजोर हो चुकी है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि इसी तरह वर्षा जारी रही तो और भी क्षेत्रों में भू-धंसाव की आशंका है। प्रशासन ने NHAI और लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिए हैं कि राजमार्ग पर बने अन्य संवेदनशील हिस्सों की भी जांच की जाए ताकि किसी बड़े हादसे को समय रहते टाला जा सके।
लगातार हो रही बारिश के चलते भू-धंसाव होने के कारण सोनप्रयाग स्थित शटल पार्किंग धंसने से दो वाहन भी इस भू-धंसाव की चपेट में आ गए थे। कोतवाली सोनप्रयाग पुलिस द्वारा स्थानीय प्रशासन से उचित समन्वय स्थापित कर भू-धंसाव की चपेट में आए वाहनों को खिंचवाकर सुरक्षित निकाल लिया गया है। इन वाहनों को सुरक्षित स्थान पर खड़ा करवा दिया गया है।