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उत्तराखंड में भारी बारिश, आकाशीय बिजली और भूस्खलन की चेतावनी, विशेष रूप से बागेश्वर, चमोली और पिथौरागढ़ में ऑरेंज अलर्ट। संवेदनशील इलाकों में रास्ते अवरुद्ध हो सकते हैं, बिजली और पानी की आपूर्ति पर भी असर पड़ सकता है।
उत्तराखंड में 28 अगस्त 2025 का मौसम
Dehradun: उत्तराखंड में 28 अगस्त 2025 को मौसम विभाग ने राज्य के पर्वतीय और मैदानी इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। खासकर बागेश्वर, चमोली और पिथौरागढ़ जिलों में अत्यधिक भारी बारिश और आकाशीय बिजली चमकने की संभावना जताई गई है। इसके चलते मौसम विभाग ने इन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। साथ ही, चमोली जिले के प्रशासन ने स्कूलों में अवकाश घोषित किया है, ताकि छात्र सुरक्षित रह सकें।
इसके अलावा, देहरादून, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग और नैनीताल जिलों में भी कहीं-कहीं भारी बारिश और गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने की आशंका है। इन जिलों के लिए मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है।
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उत्तराखंड में बारिश के मौसम का सिलसिला इन दिनों धीमा पड़ा हुआ था, लेकिन इस बार फिर से पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बारिश के ऑरेंज अलर्ट ने प्रशासन और नागरिकों को सतर्क किया है। देहरादून और अन्य पहाड़ी क्षेत्रों में सूरज और बादलों के बीच आंख मिचौली का खेल चल रहा है। इसके बावजूद, बारिश के दौर और अचानक मौसम के परिवर्तन से सतर्क रहना जरूरी है।
मौसम विभाग ने 29 अगस्त को उत्तराखंड के देहरादून, नैनीताल, पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिलों में फिर से भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। साथ ही, गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने और अत्यंत तीव्र बारिश की चेतावनी दी है। इन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
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वहीं उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग और टिहरी जिलों में भी अत्यधिक तीव्र बारिश की संभावना है। अन्य जिलों में गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने और हल्की बारिश की संभावना है, जिनके लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
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मौसम विभाग ने संवेदनशील इलाकों में भूस्खलन और चट्टानों के गिरने की संभावना जताई है, जिससे मार्ग अवरुद्ध हो सकते हैं। इन जिलों में बाढ़ के कारण सड़क मार्ग, पुल या राजमार्ग भी प्रभावित हो सकते हैं। वहीं, भारी बारिश के कारण बिजली और पानी की आपूर्ति पर भी असर पड़ सकता है। इसके अलावा, बांधों और बैराजों से अधिक जलस्तर के निस्तारण की प्रक्रिया भी शुरू हो सकती है, जिससे नदियों का जलस्तर बढ़ सकता है। मौसम विज्ञान केंद्र ने निचले इलाकों में जलभराव की चेतावनी भी दी है।