

उत्तराखंड सरकार के वरिष्ठ मंत्री सतपाल महाराज ने गुरुवार को हरिद्वार स्थित ऋषिकुल मैदान पहुंचकर चारधाम यात्रा पंजीकरण केन्द्र का स्थलीय निरीक्षण किया। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
वरिष्ठ मंत्री सतपाल महाराज
हरिद्वार: उत्तराखंड सरकार के वरिष्ठ मंत्री सतपाल महाराज (Senior Minister Satpal Maharaj) ने गुरुवार को हरिद्वार स्थित ऋषिकुल मैदान (Rishikul Ground) पहुंचकर चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) पंजीकरण केन्द्र का स्थलीय निरीक्षण किया। लोक निर्माण, पर्यटन, सिंचाई, संस्कृति एवं पंचायतीराज जैसे अनेक विभागों का दायित्व संभाल रहे महाराज ने पंजीकरण केन्द्र पर यात्रियों की सुविधा हेतु की गई व्यवस्थाओं—जैसे पंजीकरण काउंटर, बैठने की सुविधा, पेयजल, शौचालय, चिकित्सा और सुरक्षा व्यवस्था—का गहनता से जायजा लिया और संबंधित अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, मंत्री ने पंजीकरण के लिए पहुंचे देश-विदेश के श्रद्धालुओं से मुलाकात कर फीडबैक लिया और सभी को मंगलमय यात्रा की शुभकामनाएं दीं। श्रद्धालुओं ने पंजीकरण केन्द्र पर की गई व्यवस्थाओं की सराहना की और कहा कि उन्हें किसी प्रकार की असुविधा नहीं हुई।
महाराज ने जिलाधिकारी को स्पष्ट निर्देश दिए कि चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को पंजीकरण में कोई परेशानी न हो और वे उत्तराखंड से अच्छी यादें लेकर लौटें। उन्होंने बताया कि पहलगांव में हुए आतंकी हमले के बाद यात्रियों की संख्या में अस्थायी गिरावट आई थी, परंतु अब तीर्थयात्रियों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
चारधाम यात्रा 2025 में इस वर्ष श्रद्धालुओं की जबरदस्त भागीदारी देखी जा रही है। अब तक यमुनोत्री धाम में 5,08,041, गंगोत्री में 5,59,272, केदारनाथ में 10,40,901, बद्रीनाथ में 9,46,619 और हेमकुंड साहिब में 61,822 श्रद्धालु पंजीकरण करवा चुके हैं। इसके साथ ही कुल 11,55,386 श्रद्धालु अब तक चारधामों के दर्शन कर चुके हैं। यह आंकड़े दर्शाते हैं कि इस बार दर्शन करने वालों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। सरकार और प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाएं और डिजिटल पंजीकरण प्रक्रिया भी यात्रियों को आकर्षित कर रही है।
महाराज ने यह भी जानकारी दी कि कैलाश मानसरोवर यात्रा जल्द शुरू होने वाली है, जिसमें 250 यात्री लिपुलेख मार्ग से यात्रा करेंगे। उन्होंने बताया कि ऐसी व्यवस्था की गई है जिससे भारत के लिपुलेख से भी श्रद्धालु कैलाश मानसरोवर के दर्शन कर सकेंगे।
इस अवसर पर जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह, जिला पर्यटन अधिकारी सुशील नौटियाल, तहसीलदार सचिन एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।