तलाक के बाद पति ने दोबारा साथ रहने का दबाव बनाया। पत्नी के इंकार पर विवाद इतना बढ़ा कि मामला जानलेवा हमले तक पहुंच गया। गले पर चाकू से वार और धमकी के बाद पुलिस जांच में जुटी है।

तलाक के बाद फिर रिश्ते का दबाव बना जानलेवा हमला
Udham Singh Nagar: सख्त कानूनों के बावजूद घरेलू और वैवाहिक विवादों के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। ऐसा ही एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां तलाक देने के बाद पति ने पत्नी पर दोबारा साथ रहने का दबाव बनाया और इंकार करने पर उस पर जानलेवा हमला करने का आरोप लगा है।
मामला मोहल्ला नई बस्ती का है। यहां की रहने वाली रुखसाना ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि उसके पति जाहिद ने करीब दो महीने पहले बिना किसी ठोस वजह के उसे तलाक दे दिया था। तलाक के बाद रुखसाना अपने मायके में रह रही थी और अपनी जिंदगी को नए सिरे से संभालने की कोशिश कर रही थी।
पीड़िता के अनुसार, बीते दिन उसका पति जाहिद अचानक उसके मायके पहुंच गया। वहां उसने रुखसाना से दोबारा साथ चलने की बात कही। रुखसाना ने साफ शब्दों में कहा कि जब उसे तलाक दिया जा चुका है, तो वह अब उसके साथ क्यों जाएगी।
आरोप है कि पत्नी के इस इंकार से जाहिद बौखला गया। पहले उसने रुखसाना के साथ मारपीट की और फिर कथित तौर पर कत्ल की नियत से चाकू निकालकर उसके गले पर वार कर दिया। अचानक हुए इस हमले से घर में अफरा-तफरी मच गई।
रुखसाना ने शोर मचाया तो आसपास के लोग मौके पर पहुंचने लगे। इस पर आरोपी पति उसे जान से मारने की धमकी देता हुआ मौके से फरार हो गया। घायल अवस्था में रुखसाना को उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका इलाज कराया गया।
पत्नी पर जानलेवा हमला (Img- Google)
घटना के बाद पीड़िता ने संबंधित थाने में पहुंचकर पति के खिलाफ तहरीर दी। पुलिस ने मारपीट और कत्ल की नीयत से हमला करने की धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर ली है। मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी गई है।
इस संबंध में सीओ दीपक सिंह ने बताया कि मामला पति-पत्नी से जुड़ा हुआ है। पीड़िता की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है और पूरे प्रकरण की जांच की जा रही है। जांच के आधार पर आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी।
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यह घटना एक बार फिर सवाल खड़े करती है कि तलाक और महिलाओं की सुरक्षा से जुड़े सख्त कानूनों के बावजूद घरेलू हिंसा और वैवाहिक विवाद क्यों नहीं थम रहे हैं। पीड़िता की सुरक्षा और न्याय सुनिश्चित करने के लिए पुलिस पर अब तेज और निष्पक्ष कार्रवाई का दबाव है।