

उत्तराखंड के नैनीताल में पुलिस ने सोमवार को युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने वाले नकल माफिया गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने होटल में छापेमारी कर यह कार्रवाई की।
हल्द्वानी में नकल माफिया का पर्दाफाश
नैनीताल: उत्तराखंड के हल्दवानी में प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल के जरिए युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने वाले एक नकल गैंग का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने हल्द्वानी के एक होटल से गैंग के सरगना समेत कुल 9 लोगों को गिरफ्तार किया
पुलिस ने गिरोह के सदस्यों के पास से नकल में इस्तेमाल किए जा रहे दो लैपटॉप, एक डोंगल और 11 मोबाइल फोन बरामद किए।
सूत्रों से पता चला कि ये गैंग आगामी 6 अगस्त से शुरू होने वाली एसएससी परीक्षा में अभ्यर्थियों से लाखों रुपये लेकर नकल कराने की साजिश रच रहा था।
हल्दवानी में नकल माफिया पर शिकंजा
जानकारी के अनुसार नैनीताल जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की ओर से जिलेभर में प्रतियोगी परीक्षाओं को नकल मुक्त बनाने के सख्त निर्देश दिए गए थे। इसी के तहत हल्द्वानी में पुलिस को सूचना मिली कि टीपीनगर इलाके के एक होटल में नकल कराने वाला गैंग सक्रिय है।
इस पर हल्द्वानी पुलिस ने टीम बनाकर शनिवार 3 अगस्त को होटल जलविक के कमरे नंबर 103 में दबिश दी, जहां से सभी 9 आरोपियों को रंगे हाथों दबोचा गया।
गिरफ्तार आरोपी उत्तर प्रदेश और हरियाणा के अलग-अलग जिलों से हुई है। इनमें गैंग लीडर सुनील कुमार और परविंदर कुमार भी शामिल हैं। इनके खिलाफ पहले से भी कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे काफी समय से एक-दूसरे को जानते हैं और आर्थिक तंगी के चलते इस कार्य को अंजाम देने की फिराक में थे।
पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने कबूला कि वे किसी डिजिटल लाइब्रेरी को किराए पर लेकर वहां ऑनलाइन परीक्षा के दौरान लैपटॉप में एनीडेस्क या रिमोट डेस्कटॉप जैसे एप्स के जरिए सॉल्वर लड़कों की मदद से नकल करवाते थे। इसके लिए अभ्यर्थियों से चार-चार लाख रुपये वसूले जाते थे।
इस बार उन्होंने हल्द्वानी के मानपुर पश्चिम क्षेत्र की एक डिजिटल लाइब्रेरी को लीज पर लेकर नकल कराने की योजना बनाई गई थी।
पुलिस ने बताया कि छापेमारी में आरोपियों से बरामद दो लैपटॉप में से एक लेनोवो कंपनी का थिंकपैड और दूसरा एचपी कंपनी का था। इसके अलावा एक वाईफाई डोंगल और 11 मोबाइल फोन भी जब्त किए गए हैं।
गिरफ्तार आरोपियों में कुछ के खिलाफ पहले से धोखाधड़ी और जालसाजी के केस दर्ज हैं। सुनील कुमार के खिलाफ मुजफ्फरनगर में और परविंदर के खिलाफ मेरठ में पुराने मुकदमे सामने आए हैं। जसवीर सिंह नाम के आरोपी पर भी धोखाधड़ी के आरोप हैं।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ हल्द्वानी कोतवाली में बीएनएस और आईटी एक्ट की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस का कहना है कि नकल जैसे अपराधों के खिलाफ अभियान आगे भी जारी रहेगा और परीक्षा व्यवस्था को पूरी तरह पारदर्शी और नकल मुक्त बनाने की दिशा में सख्ती से कदम उठाए जाएंगे।