

उत्तराखंड में मुख्यमंत्री एकल महिला स्वरोजगार योजना का शुभारंभ हो चुका हैं। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या
देहरादून: उत्तराखंड सरकार ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की है। राज्य की महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने सोमवार को मुख्यमंत्री एकल महिला स्वरोजगार योजना का औपचारिक शुभारंभ किया। इस योजना के तहत प्रदेश की अविवाहित, तलाकशुदा, परित्यक्ता, निराश्रित और विकलांग एकल महिलाओं को स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे।
मंत्री रेखा आर्या ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत पात्र महिलाओं से 18 जून से 31 जुलाई 2025 तक आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। इच्छुक महिलाएं अपने संबंधित जिलों के महिला सशक्तिकरण विभाग में संपर्क कर आवेदन प्रक्रिया पूरी कर सकती हैं। आवेदन से संबंधित सभी जानकारी विभाग द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार योजना के तहत महिलाओं को ₹2 लाख तक के स्वरोजगार प्रोजेक्ट की स्वीकृति दी जाएगी, जिसमें सरकार 75% तक अनुदान देगी। इसका मतलब है कि लाभार्थी महिला को केवल 25 प्रतिशत धनराशि स्वयं निवेश करनी होगी। इस पहल का मुख्य उद्देश्य उन एकल महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम बनाना है, जो पारिवारिक या सामाजिक कारणों से रोजगार और आत्मनिर्भरता के अवसरों से वंचित रह जाती हैं।
रेखा आर्या ने कहा, “प्रदेश में पहले से कई महिला-कल्याणकारी योजनाएं संचालित हैं, लेकिन एकल महिलाओं पर केंद्रित योजना अब तक नहीं थी। यह वर्ग सबसे ज्यादा उपेक्षित और कमजोर होता है। इस योजना के जरिए उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास किया गया है।”
मंत्री ने बताया कि योजना के पहले चरण में कम से कम 2000 महिलाओं को लाभ पहुंचाने का लक्ष्य तय किया गया है। पहले वर्ष की प्रगति के आधार पर लाभार्थियों की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया जाएगा।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार योजना के शुभारंभ अवसर पर सचिव चंद्रेश कुमार, निदेशक प्रशांत आर्य सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। मंत्री ने सभी पात्र महिलाओं से अपील की कि वे इस योजना का अधिक से अधिक लाभ उठाएं और आत्मनिर्भर बनने की दिशा में ठोस कदम बढ़ाएं।
यह योजना न केवल महिलाओं को आर्थिक मजबूती देगी, बल्कि उन्हें समाज में सम्मानजनक स्थान भी दिलाने का काम करेगी।
उत्तराखड़ सरकार यदि सही ठंग से योजना महिलाओं तक पहुंचाती है तो यह कदम महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने मे मदद जरुर करेगा।