

गौरीकुण्ड के पास पहाड़ी दरकने से केदारनाथ पैदल मार्ग बाधित हो गया है। मलबा हटाने का काम जारी है, और यात्रियों की सुरक्षा के दृष्टिगत पैदल आवाजाही बंद कर दी गई है। यात्रियों से मौसम के अनुसार यात्रा करने की अपील की गई है।
केदारनाथ पैदल मार्ग बाधित
Rudraprayag: बीती रात करीब 03:30 बजे रुद्रप्रयाग जिले के गौरीकुण्ड के पास केदारनाथ धाम जाने वाले पैदल मार्ग पर पहाड़ी दरकने के कारण मलबा और पत्थर आ गए, जिससे मार्ग पूरी तरह से बाधित हो गया। इस घटना के बाद से अधिकारियों ने यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पैदल मार्ग की आवाजाही को पूरी तरह से बंद कर दिया है।
सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मार्ग बंद
पहाड़ी दरकने से मलबा और पत्थर रास्ते में आ गए, जिससे केदारनाथ यात्रा पर जा रहे हजारों श्रद्धालुओं के लिए मार्ग सुरक्षित नहीं रह गया। फिलहाल, लोक निर्माण विभाग (PWD) और संबंधित कार्यदाई संस्था द्वारा मलबा हटाने का काम जारी है, ताकि मार्ग को जल्द से जल्द खोलने का प्रयास किया जा सके।
यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए पुलिस और प्रशासन ने सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे इस समय यात्रा पर न जाएं। मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक मूसलधार बारिश और आकाशीय बिजली की संभावना जताई जा रही है, जो इस इलाके के लिए और भी खतरनाक साबित हो सकती है।
यात्रियों के लिए अपील
पुलिस प्रशासन ने यात्रियों से यह भी अपील की है कि वे मौसम के पूर्वानुमान के अनुसार ही यात्रा करें और यात्रा पर जाने से पहले यात्रा मार्ग की स्थिति का अवलोकन कर लें। इसके अलावा, अगर कोई यात्री गौरीकुण्ड तक पहुंच चुका है, तो उन्हें रोकने के लिए प्रशासन ने सभी सुरक्षा उपाय किए हैं।
मलबा हटाने के लिए प्रशासन की पहल
कार्यदाई संस्था लोक निर्माण विभाग ने मलबा हटाने का कार्य शुरू कर दिया है, लेकिन यह कार्य मौसम की स्थिति और इलाके की जटिलता को देखते हुए समय ले सकता है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं को सलाह दी है कि वे तब तक सुरक्षित स्थानों पर रुकें, जब तक मार्ग को पूरी तरह से साफ नहीं कर लिया जाता।
स्थानीय प्रशासन की तैयारियां
स्थानीय पुलिस, प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीम लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। गौरीकुण्ड में यात्रियों की सुरक्षा के लिए चाक-चौबंद व्यवस्था की गई है और आसपास के क्षेत्रों में हेल्प डेस्क और मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।