

सुपरस्टार रजनीकांत उत्तराखंड के धार्मिक स्थलों का भ्रमण कर रहे हैं। आज सोमवार दोपहर वे बद्रीनाथ धाम पहुंचे और भगवान बदरीविशाल के दर्शन किए। 74 साल की उम्र में भी अपनी सालों पुरानी परंपरा को कायम रखा और भक्ति में डूबे नजर आए।
चमोली: अभिनेता रजनीकांत ने इन दिनों प्रोफेशनल कमिटमेंट्स से ब्रेक ले लिया है। वे हिमालय में आध्यात्मिक यात्रा पर निकले हैं। रजनी सोमवार दोपहर को बद्रीनाथ धाम पहुंचे और भगवान बदरीविशाल के दर्शन किए। इस दौरान रजनीकांत साउथ की पारंपरिक वेशभूषा लुंगी और कुर्ता में नजर आए।
रजनीकांत रविवार को ऋषिकेश स्थित दयानंद आश्रम गए थे। उन्होंने गंगा घाट पर मेडिटेशन भी किया था और गंगा आरती में भी हिस्सा लिया था। इसके बाद वे द्वाराहाट भी गए।
रजनीकांत अपने सादगीभरे अंदाज के लिए लोकप्रिय हैं। अब जब वे फिल्मों और चकाचौंध से दूर आध्यात्मिक यात्रा पर हैं तो उनका यह अंदाज फैंस और करीब से देख पा रहे हैं।
चकाचौंध से दूर सादगी का जीवन जीते एक्टर
श्री बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने बताया कि अभिनेता रजनीकांत ने पवित्र बद्रीनाथ धाम के दर्शन किए और पूजा-अर्चना की। मंदिर पहुंचने पर बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने रजनीकांत का गर्मजोशी से स्वागत किया और उन्हें भगवान बदरी विशाल का आशीर्वाद स्वरूप प्रसाद और तुलसी की माला भेंट की।
सुपरस्टार रजनीकांत ने फिलहाल फिल्मों से ब्रेक ले लिया है। वे चकाचौंध से दूर आध्यात्मिक यात्रा पर हैं। कल रविवार को रजनीकांत को सादगीभरे अंदाज में सड़क किनारे पत्तल पर खाना खाते देखा गया। साधारण कपड़ों में वे अपने एक परिचित के साथ पत्तल पर खाने का लुत्फ उठाने नजर आए।
रजनीकांत की यह फोटो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुई। वर्क फ्रंट की बात करें तो बीते दिनों वे फिल्म 'कुली' में नजर आए। फिलहाल वे 'जेलर 2' पर काम कर रहे हैं।
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श्री बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) ने बताया कि इस वर्ष 23 अक्तूबर को केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए औपचारिक रूप से बंद कर दिए जाएंगे। समिति ने एएनआई को बताया कि इस वर्ष बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए 25 नवंबर को दोपहर 2:56 बजे बंद कर दिए जाएंगे।
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बद्रीनाथ, चार धाम तीर्थस्थलों में से एक है और भगवान विष्णु को समर्पित है। हर साल लाखों श्रद्धालु यहां दर्शन करने आते हैं। केदारनाथ मंदिर भी उत्तर भारत के चार धामों में से एक है, जो समुद्र तल से 3,584 मीटर की ऊंचाई पर मंदाकिनी नदी के तट पर स्थित है।