

जिले के गरुड़ ब्लॉक के गढ़खेत क्षेत्र पंचायत सदस्य पद पर लच्छू पहाड़ी की ऐतिहासिक जीत ने प्रदेश भर में एक नई उम्मीद जगा दी है। उसने यह साबित कर दिया कि नेतृत्व के लिए कद नहीं, सोच और संकल्प मायने रखते हैं।
बीडीसी मेंबर बने लघु पहाड़ी
Bageswar: जिले के गरुड़ ब्लॉक के गढ़खेत क्षेत्र पंचायत सदस्य पद पर लक्ष्मण कुमार उर्फ लच्छू पहाड़ी की ऐतिहासिक जीत ने प्रदेश भर में एक नई उम्मीद जगा दी है। छोटे कद के बावजूद लच्छू ने जिस बड़े हौसले से चुनाव मैदान में कदम रखा, उसने यह साबित कर दिया कि नेतृत्व के लिए कद नहीं, सोच और संकल्प मायने रखते हैं।
लच्छू पहाड़ी ने अपनी ईमानदारी, मेहनत और जनसेवा से वो भरोसा जीता, जो बड़े-बड़े वादे करने वाले नेता भी नहीं जीत पाते।
सीमित साधनों में भी लघु ने जनसेवा को अपना सबसे बड़ा हथियार बनाया। उन्होंने बड़े-बड़े भाषणों और लुभावने वादों की बजाय छोटे-छोटे कामों से लोगों के दिलों में जगह बनाई।
उन्होंने सीधे जनता से संवाद कायम किया और लोगों की छोटी-छोटी परेशानियों को प्राथमिकता से सुलझाया। यही वजह रही कि गढ़खेत के मतदाताओं ने खुलकर लघु का समर्थन किया और उन्हें विजयी बनाया।
लच्छू पहाड़ी की इस ऐतिहासिक जीत ने यह भी साबित किया कि अब जनता नेता के बड़े कद और दिखावे पर नहीं, बल्कि उसके कर्मों पर भरोसा करती है। सोशल मीडिया पर भी लोग उन्हें ‘छोटे कद का बड़ा नेता’ कहकर सम्मानित कर रहे हैं।
लच्छू की यह सफलता उन युवाओं के लिए भी प्रेरणा बन गई है, जो राजनीति को गंदा समझकर इससे दूरी बना लेते हैं। लच्छू ने दिखा दिया कि अगर इरादे नेक हों, नीयत साफ हो और जनता से सीधा जुड़ाव हो तो कोई भी बदलाव लाना नामुमकिन नहीं है।
इस जीत ने गढ़खेत में नई राजनीति की नींव रख दी है, जहां जनता खुद तय कर रही है कि उनका नेता कैसा हो। यह जीत बताती है कि छोटे गांवों और दूरस्थ इलाकों से भी बड़े बदलाव की शुरुआत हो सकती है।
लच्छू पहाड़ी का सपना अब सिर्फ गढ़खेत तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह प्रेरणा बनेगा पूरे उत्तराखंड के उन युवाओं के लिए, जो राजनीति को सेवा का माध्यम बनाना चाहते हैं।
लच्छू की सफलता ने साबित किया कि सच्चाई, ईमानदारी और जनभावना के साथ अगर कोई मैदान में उतरता है तो उसे जीतने से कोई नहीं रोक सकता। यह जीत हौसले, मेहनत, सेवा और ईमानदारी की जीत है, जो आने वाले समय में कई युवाओं को राजनीति में बदलाव का सपना देखने के लिए प्रेरित करेगी।
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