

उत्तर प्रदेश विधानसभा सत्र के दौरान जलशक्ति मिशन पर सपा विधायक फहीम इरफान और मंत्री स्वतंत्र देव सिंह के बीच तकरार हुई। फहीम ने जलशक्ति मिशन पर झूठे आंकड़े पेश करने का आरोप लगाया, जबकि मंत्री ने उन्हें बीवी की कसम खाने की चुनौती दी। फहीम ने इसके जवाब में कहा कि वे कसमें नहीं खाते, लेकिन अगर उनके आरोप झूठे साबित हुए तो वे इस्तीफा दे देंगे। यह घटना विधानसभा में चर्चा का विषय बनी रही।
MLA Faheem Irfan
Lucknow: उत्तर प्रदेश विधानसभा में जलशक्ति मिशन को लेकर मुरादाबाद के बिलारी विधानसभा से सपा विधायक फहीम इरफान और जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह के बीच तकरार ने एक नया मोड़ लिया। 12 अगस्त को हुए विधानसभा सत्र में सपा विधायक ने जलशक्ति मिशन के तहत किए जा रहे कामों पर सख्त सवाल उठाए। जिसे लेकर मंत्री स्वतंत्र देव सिंह नाराज हो गए। उन्होंने फहीम इरफान से बीवी की कसम खाने की चुनौती दी, जो पूरे सत्र का मुख्य आकर्षण बन गया।
विधानसभा में क्या हुआ?
विधानसभा में फहीम इरफान ने जलशक्ति मिशन के तहत किए जा रहे विकास कार्यों पर सवाल उठाए, और आरोप लगाया कि सरकार झूठे आंकड़े पेश कर रही है। उनका कहना था कि सरकार 1.93 लाख किमी सड़क बनाने का दावा कर रही है, जो सच्चाई से कोसों दूर है।
जवाब में जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि यदि फहीम इरफान यह साबित कर सकते हैं कि उनके गांव में पानी नहीं पहुंच रहा तो वह मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे। मंत्री ने यह भी कहा कि विधायक को बीवी की कसम खाकर यह बात स्वीकार करनी होगी।
इसके जवाब में फहीम इरफान ने बीवी की कसम खाने की बात का विरोध किया और विधानसभा में कहा कि, "मैं विधानसभा में जो कह रहा हूं, वह सही है। यदि मेरे आरोप झूठे निकले तो मैं इस्तीफा दे दूंगा, लेकिन बीवी की कसम क्यों खाऊं?"
सरकार के खिलाफ आरोप और सच्चाई का खुलासा
विधानसभा सत्र के बाद फहीम इरफान ने मुरादाबाद में एक प्रेस वार्ता में कहा कि उन्होंने जो आरोप विधानसभा में लगाए थे, वह पूरी तरह से सही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने 1.93 लाख किमी सड़कें बनाने का जो दावा किया है, वह झूठ है। उन्होंने कहा कि यह कागजी कार्यवाही का हिस्सा है, लेकिन जमीन पर कोई काम नहीं हो रहा।
फहीम इरफान की राजनीतिक पृष्ठभूमि
फहीम इरफान ने सपा के टिकट पर तीसरी बार बिलारी विधानसभा से विधायक पद जीतने में सफलता हासिल की है। 2012 में उनके पिता मोहम्मद इरफान ने बिलारी से सपा के टिकट पर जीत हासिल की थी। 2016 में एक सड़क दुर्घटना में उनके पिता की मृत्यु के बाद फहीम इरफान ने पहली बार विधायक के रूप में अपनी राजनीति की शुरुआत की। 2022 विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने भाजपा के परमेश्वर लाल सैनी को 8062 मतों से हराया। फहीम को आजम खान का करीबी माना जाता है और उनके पिता को भी आजम खान के समर्थन से ही सपा का टिकट मिला था।
फहीम इरफान का कहना है कि पूरी राज्य सरकार झूठे आंकड़े पेश कर रही है और विधानसभा में उठाए गए उनके आरोपों को सच्चा ठहराया जाएगा। उन्होंने कहा, "अगर मेरी बातों में एक भी झूठ निकला, तो मैं सदन से इस्तीफा दे दूंगा।"