

उत्तर प्रदेश में भाजपा नेता संगीत सोम के “वेस्ट यूपी पाकिस्तान बनता जा रहा है” बयान से विवाद खड़ा हो गया है। मुस्लिम धर्मगुरु इफ्राहीम हुसैन और सपा सांसद हरेंद्र मलिक ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। बयानबाज़ी से सांप्रदायिक तनाव और सियासी टकराव तेज हो गया है।
संगीत सोम
Lucknow/Meerut: उत्तर प्रदेश की राजनीति एक बार फिर सांप्रदायिक बयानबाज़ी के घेरे में आ गई है। वेस्ट यूपी को लेकर भाजपा नेता संगीत सोम का ताजा बयान कि "वेस्ट यूपी अब मिनी नहीं, सीधा पाकिस्तान बनता जा रहा है", न सिर्फ विवादों में है बल्कि समाज के कई वर्गों की नाराजगी का कारण भी बन गया है। इस बयान की शुरुआत जगद्गुरु रामभद्राचार्य के कथन से हुई थी, जिन्होंने मेरठ में एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान वेस्ट यूपी को ‘मिनी पाकिस्तान’ कहा था। उनके इस बयान को संगीत सोम ने और एक कदम आगे ले जाकर पूरे वेस्ट यूपी को पाकिस्तान कह दिया, जिससे सियासी माहौल गरमा गया है।
भारतीय जनता पार्टी के फायरब्रांड नेता माने जाने वाले संगीत सोम ने स्पष्ट तौर पर कहा कि यह वेस्ट यूपी अब मिनी पाकिस्तान नहीं रहा, यह पाकिस्तान बनता जा रहा है। कुछ ताकतें देश की डेमोग्राफी बदलने में लगी हैं, लेकिन बीजेपी की सरकार इसे होने नहीं देगी। उन्होंने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर भी निशाना साधा और कहा कि अखिलेश के अंदर मुगलों की आत्मा है। बीजेपी कभी फिर से मुगलों का शासन आने नहीं देगी। संगीत सोम के इस बयान ने विपक्षी दलों को सरकार पर हमला करने का मौका दे दिया है।
संगीत सोम
चौधरी इफ्राहीम हुसैन, जो एक प्रसिद्ध मुस्लिम धर्मगुरु हैं, ने जगद्गुरु रामभद्राचार्य और संगीत सोम के बयानों पर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि यह देश फूलों का गुलदस्ता है। ये कभी पाकिस्तान नहीं बन सकता। पाकिस्तान हमारा शत्रु देश है और शत्रु ही रहेगा। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत की एकता और विविधता ही इसकी सबसे बड़ी ताकत है। साथ ही उन्होंने यह मांग भी रखी कि भारत सरकार को पाकिस्तान से क्रिकेट सहित सभी प्रकार के संबंध समाप्त कर देने चाहिए।
सपा सांसद हरेंद्र मलिक ने भी इस विवाद पर तीखी टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि यह बयान व्यक्ति विशेष की सोच हो सकती है, लेकिन हम इस क्षेत्र को भारत का अभिन्न हिस्सा मानते हैं। हम संविधान में विश्वास रखते हैं। हरेंद्र मलिक ने यह स्पष्ट किया कि संविधान के खिलाफ कोई भी बात न तो स्वीकार की जा सकती है, न ही समर्थन योग्य है।