

यूपी के बलिया जनपद में एक भीषण सड़क हादसा हुआ है, जिसमें कार चालक की मौत हो गई। पूरी घटना जानने के लिए पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की ये रिपोर्ट
बलिया सड़क हादसा (सोर्स- इंटरनेट)
बलिया: उत्तर प्रदेश के बलिया जनपद में एक दर्दनाक सड़क हादसा घटा है, जिसने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया। बता दें कि नगरा-बलिया मार्ग पर शनिवार की देर रात बछईपुर गांव के पास वैगनार कार और ब्रेजा कार में जोरदार टक्कर हो गई। जिसमें वैगनार कार के चालक की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि वेगनार में सवार तीन लोगों को हल्की चोटें आई।
मृतक की हुई पहचान
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार सूचना पर पहुंची पुलिस ने मृतक की पहचान अंबेश कुमार सिंह 45 वर्ष पुत्र अवधेश सिंह निवासी हैबतपुर थाना मधुबन जनपद मऊ के रूप में की है। वहीं पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। उधर, ब्रेजा कार में सवार नरेंद्र सिंह पुत्र राजा कृष्ण सिंह और गोलू सिंह पुत्र कमलेश सिंह निवासीगण सलेमपुर थाना नगरा को गंभीर चोटें आई हैं।
हादसे पर बाबत क्षेत्र अधिकारी रसड़ा का बयान
बता दें कि पुलिस ने सभी घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया। इस हादसे के बाद बाबत क्षेत्र अधिकारी रसड़ा आलोक कुमार गुप्ता ने बताया कि वैगनार कार व ब्रेजा कार में बच्छईपुर गांव के सामने शनिवार की रात आमने-सामने जोरदार टक्कर हो गई।
इस हादसे के दौरान वैगनार कार के चालक की मौके पर मौत हो गई और तीन को हल्की चोटें आई हैं। उधर ब्रेजा कार में सवार तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी को अस्पताल भेजा गया। वही शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है और वहीं परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
अन्य सड़क हादसा
फतेहपुर जनपद के खागा तहसील क्षेत्र में शनिवार को एक दर्दनाक सड़क हादसे ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया। किशनपुर रोड स्थित मौर्य पेट्रोल पंप के सामने तीन बाइकों की आमने-सामने टक्कर हो गई, जिसमें एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरा युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसे के बाद से गांव में शोक की लहर है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह भीषण टक्कर दोपहर के समय हुई, जब तीन बाइकें तेज रफ्तार में आमने-सामने आ गई और टकरा गई। रारी गांव निवासी 28 वर्षीय ठाकुर अन्नू सिंह की मौके पर ही मौत हो गई। अन्नू सिंह परिवार के इकलौते कमाने वाले सदस्य थे, जिनकी मौत से उनके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।