Mainpuri / Kishanganj: छठ महापर्व के शुभ अवसर पर मैनपुरी के एसएसपी गणेश शाह की पुत्री आध्या शाह का गाया हुआ लोकगीत सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। अपनी मधुर आवाज़ और मासूम अदाओं से आध्या ने न केवल मैनपुरी बल्कि बिहार और यूपी के लोगों का दिल जीत लिया है।
मैनपुरी में बिखरी छठ की छटा
मूल रूप से किशनगंज (बिहार) जिले की रहने वाले गणेश शाह इस समय मैनपुरी में एसएसपी के पद पर तैनात हैं। बिहार में छठ पर्व का विशेष महत्व है — यह लोक आस्था और संस्कृति का प्रतीक माना जाता है। इस बार छठ के अवसर पर उनकी बेटी आध्या ने एक ऐसा भावनात्मक लोकगीत गाया जो परंपरा, संगीत और संस्कार तीनों को खूबसूरती से जोड़ता है।
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गीत में आध्या ने सूर्य उपासना के साथ मातृत्व और परिवार के प्रति समर्पण की भावना को स्वर दिया है। इस गीत में भोजपुरी लोक संगीत की मिठास और आधुनिक प्रस्तुति का सुंदर मेल दिखाई देता है।
स्कूटी पर बैठी “छोटू स्टार सिंगर” ने जीता सबका दिल
आध्या शाह ने इस वीडियो की शुरुआत पारंपरिक परिधान में स्कूटी पर बैठकर की, जो दर्शकों को खासा पसंद आ रहा है। वीडियो में वह बड़ी सहजता से लोकभाषा में गीत गा रही हैं — यह दृश्य लोगों को अपने घर-आंगन और बचपन की याद दिला रहा है। सोशल मीडिया यूजर्स इसे प्यार से “स्कूटी वाली बेटी का छठ गीत” कहकर शेयर कर रहे हैं। कुछ ही घंटों में वीडियो को हजारों व्यूज़, लाइक्स और शेयर मिल चुके हैं।
मैनपुरी / किशनगंज: छठ महापर्व के शुभ अवसर पर मैनपुरी के एसएसपी गणेश शाह की पुत्री आध्या शाह का गाया हुआ लोकगीत सोशल मीडिया पर जबरदस्त वायरल हो गया है।#ChhathPuja #MainpuriNews #UPNews pic.twitter.com/OpTVhK2Xil
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) October 28, 2025
संगीत और पढ़ाई दोनों में अव्वल आध्या शाह
आध्या वर्तमान में सुदिति ग्लोबल स्कूल, मैनपुरी की मेधावी छात्रा हैं। वह पढ़ाई के साथ-साथ संगीत में भी गहरी रुचि रखती हैं। शिक्षकों के अनुसार, आध्या स्कूल के हर सांस्कृतिक कार्यक्रम में अपनी प्रतिभा का परिचय देती रहती हैं। इस गीत में उनकी आवाज़ की मिठास, भावनाओं की गहराई और उच्चारण की स्पष्टता यह साबित करती है कि उनमें संगीत के प्रति स्वाभाविक लगाव है।
लोगों ने की सराहना, कहा – “भविष्य की लोकगायिका”
वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने आध्या की जमकर तारीफ की है। कई लोगों ने लिखा — “इतनी कम उम्र में इतनी भावनात्मक अभिव्यक्ति अद्भुत है।” कई उपयोगकर्ताओं ने कमेंट करते हुए कहा कि आध्या आने वाले समय में लोक संगीत की उभरती हुई सितारा गायिका बन सकती हैं।
परिवार के संस्कारों की झलक
आध्या के गीत में न सिर्फ कला है, बल्कि उसमें परिवार और संस्कृति की झलक भी नजर आती है। पिता गणेश शाह की सादगी और बिहार की परंपरा ने जैसे आध्या की आवाज़ को गहराई दी है। छठ पर्व पर गाया गया यह गीत अब मैनपुरी की पहचान बन गया है — जहां एक पुलिस अधिकारी की बेटी ने संस्कृति और संगीत के माध्यम से सबका दिल जीत लिया है।

