

यूपी के वाराणसी जनपद से एक बड़ी खबर सामने आ रही है, जहां एक पुराने जर्जर मकान की छत गिरने से काम कर रहे दो मजदूर मलबे में दब गए। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी खबर
वाराणसी: जिले के चुरामनपुर गांव में मंगलवार की दोपहर एक पुराने जर्जर मकान की छत गिरने से काम कर रहे दो मजदूर मलबे में दब गए। यह घटना लोहता थाना क्षेत्र के सीएनजी पेट्रोल पंप के पास हुई, जिसने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया। फायर ब्रिगेड की टीम ने तेजी से स्थिति का जायजा लिया और दोनों मजदूरों को सुरक्षित निकाला।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, चुरामनपुर में महेन्द्र सिंह का पुराना मकान काफी जर्जर अवस्था में था, जिसके छत को तोड़ने का काम किया जा रहा था। अचानक, छत गिर गई और इससे दो मजदूर चंद्रशेखर (25 वर्ष) और सुबास (22 वर्ष) मलबे में दब गए। घटना की जानकारी स्थानीय निवासियों द्वारा तुरंत पुलिस को दी गई।
थानाध्यक्ष निकिता सिंह ने घटना स्थल पर पहुंचकर फायर ब्रिगेड को सूचना दी। फायर ब्रिगेड की टीम ने अपनी टीम के साथ सीढ़ी लगाकर मलबे में फंसे दोनों मजदूरों को निकालने के लिए काम शुरू किया।
फायर ब्रिगेड के जवानों ने कुशलता से मलबे से चंद्रशेखर और सुबास को बचा लिया। सुबास को ज्यादा चोटें लगी थीं, और उसे तुरंत दीनदयाल अस्पताल में भर्ती कराया गया। चंद्रशेखर को हल्की चोटें आई थीं, जिसका इलाज पास के ही एक अस्पताल में कराया गया।
इस घटना ने स्थानीय लोगों को चिंतित कर दिया है, जो पहले से ही जोखिम भरे जर्जर भवनों पर कार्य कर रहे हैं। इलाके के निवासियों ने बताया कि इस प्रकार के भवनों के गिरने का खतरा हमेशा बना रहता है, और इसी संबंध में कई बार स्थानीय प्रशासन को सूचित किया गया है। लेकिन प्रशासन ने अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है।
पुलिस ने घटना के बाद संबंधित स्थान का मुआयना किया और जर्जर भवनों की सुरक्षा को लेकर जांच शुरू की। स्थानीय प्रशासन ने यह निर्णय लिया है कि वे जल्द ही जर्जर भवनों के बारे में एक रिपोर्ट तैयार करेंगे और आवश्यकता पड़ने पर उन्हें ध्वस्त करने के उपाय करेंगे।
स्थानीय लोगों का कहना है कि मजदूरों की जान बचाने में फायर ब्रिगेड की भूमिका सराहनीय रही।