

शाहाबाद बस अड्डे पर स्थित मां ज्वाला मिष्ठान भंडार के बेसमेंट में अचानक आग लग गई। समय पर पुलिस और दमकल विभाग की कार्रवाई से आग पर काबू पाया गया। घटना में कोई जनहानि नहीं हुई, जांच जारी है।
आग लगने की घटना
Hardoi: उत्तर प्रदेश के हरोदई जनपद में बुधवार दोपहर करीब 1 बजे शाहाबाद के बस अड्डा स्थित "मां ज्वाला मिष्ठान भंडार" के बेसमेंट से अचानक धुआं निकलता दिखाई दिया। दुकान के मालिक रामू राठौर की जानकारी में आते ही तुरंत आसपास के दुकानदार और स्थानीय लोग इकट्ठा हो गए। कुछ ही मिनटों में धुएं ने विकराल रूप ले लिया और पूरा इलाका धुंए से घिर गया।
तत्काल कार्रवाई और राहत कार्य
स्थानीय लोगों ने बिना देर किए कोतवाली पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी। कुछ ही देर में दमकल विभाग की टीम और पुलिस मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाने के लिए राहत कार्य शुरू किया। स्थानीय लोगों ने भी राहत कार्य में सहयोग किया। तेज़ी से की गई कार्रवाई के चलते आग को फैलने से रोका जा सका।
फतेहपुर में स्कार्पियो सवार दबंगों ने टोल कर्मियों को पीटा, CCTV में कैद हुई वारदात
जनहानि नहीं, लेकिन दहशत का माहौल
खुशकिस्मती रही कि घटना के समय दुकान खुली थी, लेकिन किसी भी कर्मचारी या ग्राहक को कोई नुकसान नहीं हुआ। हालांकि, चारों ओर फैले धुएं ने लोगों में दहशत फैला दी। कई दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद कर दीं और लोग सुरक्षित स्थानों की ओर भागे।
आग लगने के कारणों की जांच शुरू
प्रशासन ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और प्राथमिक जांच शुरू कर दी है। फिलहाल आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है। अधिकारियों ने बताया कि शॉर्ट सर्किट, गैस लीकेज या अन्य संभावित कारणों की जांच की जा रही है। साथ ही यह भी देखा जा रहा है कि कहीं दुकान में सुरक्षा मानकों की अनदेखी तो नहीं की गई थी।
सुरक्षा व्यवस्थाओं पर उठे सवाल
स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से सवाल किया है कि यह दूसरी घटना है जब बाजार क्षेत्र में आग लगी है। कुछ दिन पहले मुख्य बाजार में भीषण आग लगी थी जिसमें लाखों रुपये का नुकसान हुआ था। लगातार हो रही इन घटनाओं से बाजार की फायर सेफ्टी व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
नागरिकों की मांग: ठोस कदम उठाए जाएं
घटना के बाद स्थानीय व्यापारियों और नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि बाजार क्षेत्र में फायर सेफ्टी ऑडिट करवाया जाए और उचित सुरक्षा उपकरण अनिवार्य किए जाएं। दुकानों में अग्निशमन यंत्र और अलर्ट सिस्टम अनिवार्य रूप से लगाए जाएं ताकि ऐसी घटनाओं से समय रहते निपटा जा सके।