

हरवीर सिंह ने कबूल किया कि वह एक संगठित गिरोह का हिस्सा है, जो फर्जी दस्तावेजों के जरिए आम लोगों को ठगता था। उसने स्वीकार किया कि वह अपने साथियों के साथ मिलकर पैसा दोगुना करने, फर्जी खनन पट्टा और रेलवे स्क्रैप ठेके जैसी योजनाओं के नाम पर कई राज्यों में धोखाधड़ी कर चुका है।
इनामी बदमाश हरवीर सिंह उर्फ काके सरदार
Gonda/Amritsar News: उत्तर प्रदेश एसटीएफ को बड़ी सफलता हाथ लगी है। गोंडा जिले के थाना परसपुर में दर्ज धोखाधड़ी के एक मामले में वांछित और 50,000 रुपये का इनामी बदमाश हरवीर सिंह उर्फ काके सरदार को पंजाब के अमृतसर सिटी से गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई मंगलवार दोपहर करीब 2:20 बजे अमृतसर के रंजीत एवन्यू थाना क्षेत्र स्थित पार्वती अस्पताल के पास ए-ब्लॉक में हुई।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, एसटीएफ प्रयागराज फील्ड इकाई की टीम ने लंबे समय से फरार चल रहे आरोपी को पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाया था। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर पुलिस उपाधीक्षक शैलेश प्रताप सिंह और निरीक्षक जय प्रकाश राय के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया था। जिसमें उपनिरीक्षक गुलजार सिंह, मुख्य आरक्षी रोहित सिंह, पंकज तिवारी, अजय कुमार यादव और चालक रामलखन पाल शामिल थे।
धोखाधड़ी कर हड़पे थे 50 लाख रुपये
गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में आरोपी हरवीर सिंह ने कबूल किया कि वह पंजाब के बसारके गांव थाना खालड़ा जिला तरनतारन का निवासी है और एक संगठित गिरोह का हिस्सा है, जो फर्जी दस्तावेजों के जरिए आम लोगों को ठगता था। उसने स्वीकार किया कि वह अपने साथियों के साथ मिलकर पैसा दोगुना करने, फर्जी खनन पट्टा और रेलवे स्क्रैप ठेके जैसी योजनाओं के नाम पर कई राज्यों में धोखाधड़ी कर चुका है।
फर्जी खनन प्रपत्र दिखाकर 50 लाख रुपये की ठगी
विशेष रूप से वर्ष 2021 में आरोपी ने अपने साथियों चन्दन दीक्षित (चित्रकूट निवासी) और मनीष ओझा (बलरामपुर निवासी) के साथ मिलकर सुनील कुमार द्विवेदी नामक व्यक्ति से फर्जी खनन प्रपत्र दिखाकर 50 लाख रुपये की ठगी की थी। आरोपियों ने पैसा लौटाने का झांसा देकर एग्रीमेंट किया, लेकिन बाद में पैसा हड़प लिया गया। इस मामले में थाना परसपुर जनपद गोंडा में मामला दर्ज किया गया था।
गिरफ्तारी के बाद ट्रांजिट रिमांड मंजूर
गिरफ्तारी के बाद आरोपी को थाना रंजीत एवन्यू अमृतसर सिटी में दाखिल किया गया। इसके पश्चात उसे न्यायालय ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट फर्स्ट क्लास (अमृतसर) के समक्ष प्रस्तुत कर ट्रांजिट रिमांड प्राप्त किया गया है। अब आरोपी को गोंडा लाकर थाना परसपुर में विधिक कार्यवाही की जाएगी।
अन्य राज्यों में भी दी थी वारदातें
हरवीर सिंह और उसके गिरोह के खिलाफ लखनऊ, बाराबंकी और गोंडा सहित कई जिलों में भी धोखाधड़ी के कई मामले दर्ज हैं। एसटीएफ का दावा है कि गिरोह का नेटवर्क विस्तृत है और अन्य सहयोगियों की तलाश जारी है।