

लखनऊ में हुई पार्टी की अखिल भारतीय बैठक में अहम फैसला लिया गया, जिसमें पार्टी के तमाम वरिष्ठ नेताओं और पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
आकाश आनंद को बीएसपी को मजबूत करने की जिम्मेदारी ( सोर्स - इंटरनेट )
लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की राजनीति में एक बार फिर बड़ा बदलाव देखने को मिला है। पार्टी सुप्रीमो मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद पर दोबारा भरोसा जताते हुए उन्हें बीएसपी का राष्ट्रीय समन्वयक नियुक्त कर दिया है। यह अहम फैसला रविवार को लखनऊ में हुई पार्टी की अखिल भारतीय बैठक में लिया गया, जिसमें पार्टी के तमाम वरिष्ठ नेताओं और पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, मार्च 2025 में मायावती ने अचानक आकाश आनंद को पार्टी से निष्कासित कर दिया था और उनके सभी दायित्वों से हटा दिया गया था। उस समय यह निर्णय पार्टी में अनुशासन और अनुभव की कमी को लेकर लिया गया था। इसके बाद राजनीतिक गलियारों में मायावती और आकाश आनंद के रिश्तों को लेकर कई अटकलें लगाई गईं। लेकिन अब पार्टी में उनकी वापसी ने एक बार फिर नए सियासी समीकरणों को जन्म दे दिया है।
बैठक के दौरान मायावती ने कहा कि आकाश आनंद में युवा जोश और नेतृत्व की क्षमता है, जिसे पार्टी एक बार फिर से नये रूप में सामने लाना चाहती है। उन्होंने कहा, “पार्टी को मजबूत करने के लिए युवाओं की भागीदारी जरूरी है, और आकाश उसमें अहम भूमिका निभा सकते हैं।” मायावती ने आकाश आनंद को नेशनल को-ऑर्डिनेटर बनाया.
आकाश आनंद की वापसी को आगामी लोकसभा चुनाव 2029 की तैयारियों से भी जोड़कर देखा जा रहा है। पार्टी सूत्रों की मानें तो मायावती अब संगठन को मजबूत करने और युवाओं को जोड़ने के लिए नई रणनीति पर काम कर रही हैं, जिसमें आकाश अहम किरदार निभाएंगे।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बीएसपी अब नए नेतृत्व और चेहरों के सहारे अपनी खोई हुई जमीन को फिर से पाने की कोशिश कर रही है। आकाश आनंद को दोबारा जिम्मेदारी देने से यह संकेत जाता है कि पार्टी में परिवारवाद और नेतृत्व की स्पष्टता को लेकर कोई संशय नहीं है।
अब देखना यह होगा कि आकाश आनंद की वापसी बीएसपी के लिए कितनी फायदेमंद साबित होती है और क्या वे पार्टी को नए जोश के साथ आगे ले जा पाते हैं या नहीं। फिलहाल इतना तय है कि बीएसपी में यह बदलाव आने वाले दिनों में यूपी की राजनीति में नई हलचल जरूर पैदा करेगा।