

उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के सपा पर डीएनए वाले बयान से यूपी में शुरू हुआ सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ पर पूरी खब़र
ब्रजेश पाठक और अखिलेश यादव में जुबानी जंग तेज (Source- Google)
नई दिल्ली: यूपी के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और सपा मुखिया अखिलेश यादव के बीच छिड़ी जुबानी रार पर अब सियासी वार-पलटवार तेज हो गया है। योगी सरकार में नंबर-3 कहलाने वाले ब्रजेश पाठक ने एक बार फिर अखिलेश यादव पर बड़ा सियासी हमला बोला है। पाठक ने सोशल मीडिया X पर एक लंबा चौड़ा पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने समाजवादी पार्टी के डीएनए (DNA) पर सवाल उठाने के अपने पुराने बयान को फिर से दोहराया है। लिखा है कि अखिलेश यादव का जवाब होम साइंस की कुंजी से नकल कर लिखा गया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव पर कटाक्ष करते हुए लिखा है कि हमारे सवाल के जवाब में अखिलेश यादव ने अपनी टीम से एक लंबी चौड़ी थीसिस तैयार करवा ली और बिना ध्यान दिए उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट भी कर दिया। कहा कि मुझे लगता है आपने आदतन पढ़ा नहीं होगा और आपकी टीम ने ध्यान नहीं दिया। इस चक्कर में गलती ये हो गई कि सवाल राजनीतिक विज्ञान का था और जवाब होम साइंस से दे दिया गया।
DNA पर जवाब नहीं तो माफी मांगे अखिलेश
ब्रजेश पाठक ने X पर लिखी पोस्ट में कहा कि उन्होंने समाजवादी पार्टी के डीएनए (DNA) पर सवाल किया था, न कि किसी और मुद्दे पर। उन्होंने अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि अगर जवाब देते नहीं बन रहा है तो माफी मांग कर बात को यहीं समाप्त करिए। गोल पोस्ट बार-बार बदलने से आप और ज्यादा एक्सपोज हो रहे हैं।
अतीक और मुख्तार का जिक्र कर गए पाठक
यूपी के स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने सपा पर पुराने आरोपों को याद दिलाते हुए कहा कि अगर डीएनए की चर्चा खुल गई, तो अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी जैसे माफियाओं की तस्वीरें सामने आ जाएंगी। कहा कि फिर मुजफ्फरनगर दंगा याद आएगा, फिर राम मंदिर की कारसेवा में गोलियों की गूंज सुनाई देगी। इतना ही नहीं फिर गोमती रिवर फ्रंट और खनन घोटाले की फाइलें बाहर आ जाएंगी।
यूपी में बयान पर मच रहा सियासी घमासान
दरअसल, सपा के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल और अखिलेश यादव की X पर की गई पोस्ट के जवाब में डिप्टी सीएम पाठकम ने यह पोस्ट शेयर की है। पोस्ट में पाठक ने यह भी कहा कि यदि अखिलेश यादव चाहें तो वे समाजवादी पार्टी के डीएनए पर एक पूरी थीसिस लिखवाकर उनके घर भिजवा सकते हैं। उस थीसिस को समय-समय पर पढ़ते रहिएगा, ताकि आपको हकीकत का आईना दिखता रहे। ऐसे में पाठक के डीएनए वाले बयान से यूपी में शुरू हुए सियासी घमासान ने और रफ्तार पकड़ ली है। सपा भी इस मुद्दे पर शांत बैठती नहीं दिख रही है।