

गांव की दलित बस्सती के ग्रामीणों ने अपनी उपेक्षा और बदहाल हालात को लेकर एक अनोखा विरोध प्रदर्शन किया। गांव के दर्जनों परिवार लंबे समय से टूटे-फूटे खड़ंजा मार्ग और पानी से लबालब भरे कच्चे चकमार्ग के कारण भारी परेशानियों का सामना कर रहे हैं।पढिए खबर
गांव की दलित बस्ती में अनोखा विरोध
गोरखपुर: खजनी ब्लॉक के रुद्रपुर गांव की दलित बस्सती के ग्रामीणों ने अपनी उपेक्षा और बदहाल हालात को लेकर एक अनोखा विरोध प्रदर्शन किया। प्रशासन का ध्यान आकर्षित करने के लिए ग्रामीणों ने कच्चे, जलभराव से भरे रास्ते पर धान की रोपाई कर अपना गुस्सा जाहिर किया। उनका कहना है कि वर्षों से सड़क निर्माण की मांग करने के बावजूद अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है।
महिलाओं को रोजाना मुश्किलों का सामना
जानकारी के मुताबिक, गांव के दर्जनों परिवार लंबे समय से टूटे-फूटे खड़ंजा मार्ग और पानी से लबालब भरे कच्चे चकमार्ग के कारण भारी परेशानियों का सामना कर रहे हैं। लगातार बारिश से रास्ता घुटनों तक कीचड़ और पानी में डूब चुका है, जिससे घरों तक पहुंचना भी दुश्वार हो गया है। ग्रामीणों ने बताया कि खराब रास्ते के चलते स्कूल जाने वाले बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं को रोजाना मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। कपड़े खराब हो जाते हैं, फिसलन के कारण गिरने का डर बना रहता है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी मौन हैं।
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अधिकारियों को ज्ञापन देकर सड़क निर्माण की मांग
विरोध प्रदर्शन में विमला, इसरावती, पंकज कुमार, अश्वनी, रोहित शर्मा, आदित्य, बाबूलाल, दीपेंद्र, शुभम कुमार और उमेश कुमार सहित कई ग्रामीण शामिल हुए। उन्होंने कहा कि कई बार अधिकारियों को ज्ञापन देकर सड़क निर्माण की मांग की गई, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। हाल ही में गांव के युवाओं ने श्रमदान कर खुद रास्ता दुरुस्त करने की कोशिश की थी, मगर बारिश ने उनका सारा प्रयास मिट्टी में मिला दिया।
महिलाओं और युवाओं ने धान की रोपाई
ग्रामीणों ने बताया कि कुछ दिन पहले खजनी कस्बे में भी उन्होंने प्रदर्शन किया था, लेकिन अवकाश और त्योहार का हवाला देकर पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इसके बाद रविवार दोपहर महिलाओं और युवाओं ने धान की रोपाई कर यह संदेश दिया कि “जब सड़क नहीं, तो खेत ही सही।”
ग्रामीणों का कहना है कि अब धैर्य जवाब दे रहा है। यदि जल्द सड़क निर्माण शुरू नहीं हुआ, तो वे खजनी तहसील मुख्यालय पर धरना देने को बाध्य होंगे। उनका स्पष्ट कहना है कि बरसों से उपेक्षित दलित बस्ती के साथ यह अन्याय अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने जिला प्रशासन से तत्काल सड़क निर्माण की कार्यवाही शुरू करने की मांग की है।