

भारी बारिश से वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग बना तालाब, रेलवे पुल के पास फंसी यात्रियों से भरी रोडवेज बस, घंटों तक बाधित रहा यातायात। पढे़ं डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी खबर
जलभराव में फंसी रोडवेज बस को धक्का देते स्थानीय लोग
सोनभद्र: उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जनपद से एक परेशान करने वाली खबर सामने आई है। जिले के शक्तिनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत खड़िया इलाके में रातभर हुई तेज बारिश ने लोगों को जहां गर्मी से राहत दी, वहीं दूसरी ओर आम जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया। खासकर वाराणसी-शक्तिनगर राज्य मार्ग पर स्थित रेलवे पुल के पास जलभराव की वजह से सड़क पूरी तरह से जलमग्न हो गई। पानी का स्तर इतना बढ़ गया कि यूपी रोडवेज की तीन बसें उसमें फंस गईं, जिनमें यात्रियों की भारी भीड़ थी।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, बताया जा रहा है कि ये घटना सुबह करीब 6:30 बजे की है जब शक्तिनगर से गोरखपुर के लिए निकली एक रोडवेज बस रेलवे पुलिया के पास गहरे पानी में फंस गई। बस के चालक को पानी की गहराई का अंदाजा नहीं था, और जैसे ही बस अंदर पहुंची, इंजन में पानी घुस गया, जिससे बस बंद हो गई। इस दौरान बस में सवार यात्रियों की सांसें थम सी गईं। यात्रियों में हड़कंप मच गया और कुछ ने खुद को किसी तरह बाहर निकाला, जबकि कुछ स्थानीय लोग और अन्य वाहन चालकों ने मिलकर पानी में फंसी बस को धक्का मारने की कोशिश की।
शक्तिनगर मार्ग घंटों जाम, जनजीवन बेहाल
बस चालक ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने स्थिति की सूचना तत्काल डिपो में दी, जिसके बाद टाटा कंपनी को सूचित कर एक मैकेनिक को भेजा गया। हालांकि मैकेनिक ने बस की जांच की लेकिन वह उसे चालू नहीं कर सका। इस बीच बस में सवार कई यात्री पानी में उतरकर रास्ता पार करते नजर आए। कुछ बसों के यात्री दूसरी बसों में शिफ्ट किए गए। मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बना रहा।
जलभराव में फंसी रोडवेज बसें
एक अन्य रोडवेज चालक ने बताया कि इस मार्ग पर जलनिकासी की व्यवस्था नहीं होने के कारण हर साल ऐसी स्थिति उत्पन्न होती है, लेकिन प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता। क्षेत्रीय लोगों का आरोप है कि यह कोई पहली बार नहीं है। हर साल पहली ही बारिश में यही हालत हो जाती है, जिससे क्षेत्र की दुर्दशा और प्रशासन की लापरवाही उजागर होती है।
शक्तिनगर मार्ग पर लगा घंटों जाम
एक यात्री ने बताया, थोड़ी सी बरसात में ही यह हाल है, तो कल्पना कीजिए कि जब लगातार बारिश होगी तब क्या स्थिति बनेगी। सड़क पर पानी भर जाने के कारण किसी भी आपात स्थिति में गंभीर मरीजों को अस्पताल ले जाना नामुमकिन हो जाता है। प्रशासन अगर समय रहते पानी निकासी की व्यवस्था कर देता, तो ऐसी परेशानी नहीं होती।
फिलहाल क्षेत्र में आवागमन पूरी तरह से बाधित है और कई गाड़ियाँ अब भी फंसी हुई हैं। स्थानीय प्रशासन की ओर से अभी तक कोई प्रभावी मदद नहीं पहुंची है, जिससे लोगों में नाराजगी है।