

भीषण गर्मी के कारण जहां लोगों का हाल बेहाल हो रखा है। वहीं सोनभद्र में डायरिया महामारी का रूप लेता जा रहा है। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी खबर
सोनभद्र: यूपी के जनपद सोनभद्र से बड़ी खबर सामने आ रही है। जहां भीषण गर्मी के कारण लोगों का हाल बेहाल हो रखा है। वहीं अब डायरिया महामारी का रूप लेता जा रहा है। जिले के चतरा ब्लॉक के मंठहवा गांव में डायरिया ने बड़े पैमाने पर लोगों को अपना शिकार बनाया है। बीती रात डायरिया से पीड़ित 45 वर्षीय युवक की मौत भी हो गई।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, ग्रामीणों की मानें तो स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी गई थी लेकिन रात को स्वास्थ्य की टीम नहीं आई और एक व्यक्ति को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। हालांकि ग्रामीणों की सूचना के बाद बुधवार की सुबह एक एंबुलेंस के साथ स्वास्थ्य कर्मी पहुंचे और लगभग एक दर्जन से अधिक लोगों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चतरा में लाकर भर्ती कराया। जहां उनका इलाज चल रहा है।
गिरियां ग्राम पंचायत के मंठहवां गांव में पेयजल के लिए हर घर नल योजना अभी तक नहीं पहुंची और गांव के लोग हैंडपंप और कुएं से पानी पी रहे हैं। भीषण गर्मी में जहां जलस्तर नीचे चला गया है। वहीं गंदे पानी के कारण अब ग्रामीण डायरिया के शिकार हो रहे हैं। पिछले दो दिनों से गांव में लोगों को उल्टी दस्त शुरू हुई। उसके बाद लोगों की हालत बिगड़ने लगी। मंठहवां गांव में डायरिया फैलने से लगभग एक दर्जन चपेट में आ गए हैं।
मंगलवार को दोपहर से ही गांव में विनय धांगर (45) पुत्र रामदुलारे धांगर के घर से शुरू हुआ और विनय धांगर के पुत्र मनीष धांगर (20) व सचिन धांगर (14) को चपेट में ले लिया। देर रात विनय की मौत हो गई। बुधवार की सुबह गांव में पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने डायरिया प्रभावित लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया।
ग्रामीणों की मानें तो मंगलवार की रात में स्वास्थ्य विभाग स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर नहीं पहुंची और यह कहा गया कि रात के कारण टीम गांव में नहीं जाएगी, सुबह जाएगी। इस दौरान देर रात 2:00 बजे के आसपास 45 वर्षीय विनय कुमार की मौत हो गई। घटना के कारण लोगों में काफी आक्रोश देखा जा रहा है। ग्रामीण कह रहे हैं कि सूचना के बाद भी स्वास्थ्य विभाग की टीम नहीं पहुंची। अगर समय से इलाज मिल जाता तो शायद विनय की जान बच जाती।
डायरिया से बचने के उपाय
डायरिया से बचने के लिए अच्छी स्वच्छता, सुरक्षित पानी और खाद्य पदार्थों का सेवन करना जरूरी होता है। डायरिया से बचाव के लिए, खाना बनाने और खाने से पहले हाथ धोएं, उबला हुआ पानी पिएं, और दूषित खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए।