

यूपी के प्रयागराज में स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में है, अस्पतालों में फिर से कोविड व्यवस्थाएं एक्टिव की जा रही है। पढे़ं डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी खबर
प्रयागराज में स्वास्थ्य विभाग कोरोना को लेकर अलर्ट
प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के कई शहरों में एक बार फिर से कोरोना संक्रमण के मामले सामने आने लगे हैं, जिससे स्वास्थ्य महकमा सतर्क हो गया है। प्रयागराज में भी कोरोना को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। जिले के प्रमुख चिकित्सा संस्थानों में कोविड जांच और उपचार की तैयारियों को लेकर काम शुरू हो गया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, ढाई साल बाद एक बार फिर मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में कोरोना जांच की शुरुआत की गई है। हालांकि, फिलहाल संस्थान में RT-PCR जांच किट उपलब्ध नहीं है। माइक्रोबायोलॉजी विभाग की ओर से जांच किट की मांग की गई है और लैब को पूरी तरह से एक्टिव मोड में लाने का फैसला किया गया है।
मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग की अध्यक्ष डॉ. मोनिका ने बताया कि विभाग ने कोविड जांच के लिए अपना सेटअप पूरी तरह तैयार कर लिया है। उन्होंने कहा, हमारी टीम अलर्ट मोड पर है और जांच किट की मांग कर दी गई है। जैसे ही किट उपलब्ध होंगी, सैंपल की जांच शुरू कर दी जाएगी।
मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में दोबारा शुरू हुई कोरोना की जांच प्रक्रिया
गौरतलब है कि दिसंबर 2022 तक यहां कोविड सैंपलों की नियमित जांच होती रही थी, लेकिन उसके बाद मामलों में कमी के चलते जांच बंद कर दी गई थी। अब एक बार फिर पूरी व्यवस्था को पुनः सक्रिय किया जा रहा है।
प्रयागराज के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ. ए.के. तिवारी ने बताया कि फिलहाल केंद्र या राज्य सरकार की ओर से कोई नई कोविड गाइडलाइन जारी नहीं की गई है, लेकिन एहतियात के तौर पर स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। उन्होंने कहा, हमने डॉक्टरों और विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की है। सभी सरकारी अस्पतालों को सतर्क किया गया है और कोविड वार्ड रिजर्व रखने के निर्देश दिए गए हैं।
अस्पतालों में फिर से एक्टिव हो रही कोविड व्यवस्थाएं
कोरोना की पिछली लहर के दौरान प्रयागराज के स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल को कोविड लेवल-3 और तेज बहादुर सप्रू अस्पताल को लेवल-2 श्रेणी का अस्पताल घोषित किया गया था। दोनों अस्पतालों में बड़ी संख्या में कोरोना मरीजों का इलाज किया गया था। अब इन अस्पतालों में फिर से कोविड को लेकर व्यवस्थाएं सक्रिय की जा रही हैं। ऑक्सीजन बेड, आइसोलेशन वार्ड और वेंटिलेटर जैसी सुविधाओं को अपडेट किया जा रहा है।