

इटावा में टाइगर सफारी पर्यटन को एक नई दिशा देने वाला कदम साबित हो सकता है। इससे न केवल क्षेत्रीय पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि इटावा सफारी पार्क को एक नई पहचान भी मिलेगी।
इटावा सफारी (फाइल फोटो)
Etawah News: इटावा सफारी पार्क में शेरों के अलावा बाघों का रोमांच भी जल्द ही देखने को मिलेगा। पार्क प्रशासन ने टाइगर सफारी बनाने के लिए प्रदेश सरकार को प्रस्ताव भेजा है, जिसे केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण से मंजूरी मिल चुकी है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, अब केवल राज्य सरकार की स्वीकृति का इंतजार है। जैसे ही स्वीकृति मिलती है, 50 हेक्टेयर क्षेत्र में टाइगर सफारी का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
स्वीकृति मिलते ही शुरू होगा काम
सफारी प्रशासन ने टाइगर सफारी के लिए चिह्नित किए गए क्षेत्र में तैयारियां पूरी कर ली हैं। इस प्रस्ताव को लेकर प्रक्रियाओं में तेजी लाई गई है। यदि राज्य सरकार स्वीकृति देती है, तो टाइगर सफारी को शुरू करने का काम शीघ्र शुरू हो जाएगा। इससे इटावा सफारी पार्क का आकर्षण और बढ़ेगा, जिससे पर्यटकों की संख्या में भी इजाफा होगा।
सफारी में पहले से मौजूद आकर्षण
इटावा सफारी पार्क में फिलहाल शेर, तेंदुआ, भालू, हिरण, और एंटीलोप जैसे जानवर पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। शेरों को खुले मैदान में छोड़ा जाता है और पर्यटकों को बस से उनका दीदार कराया जाता है। वहीं, हिरणों की उछल-कूद भी पर्यटकों का ध्यान आकर्षित करती है। अब टाइगर सफारी का जोड़ इस सफारी के आकर्षण को और भी बढ़ाने वाला है।
पर्यटकों की संख्या में इजाफा होने की संभावना
अन्य सफारी पार्कों में टाइगर सफारी के कारण पर्यटकों की संख्या में भारी वृद्धि देखी जा रही है। ऐसे में इटावा सफारी में टाइगर सफारी शुरू होने से भी पर्यटन को नई ऊर्जा मिलेगी। पर्यटकों को शेरों के साथ बाघों का दीदार करने का अवसर मिलेगा, जो इस सफारी को और भी खास बना देगा।
केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण का निरीक्षण
केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण के निर्देश पर राज्य चिड़ियाघर प्राधिकरण के सदस्य नीरज कुमार से भी सफारी का निरीक्षण रिपोर्ट मांगी गई है। आशा है कि अगले सप्ताह नीरज कुमार इटावा सफारी का दौरा करेंगे और अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। रिपोर्ट के आधार पर अंतिम स्वीकृति मिलने की संभावना है, जो इस प्रोजेक्ट को अंतिम रूप देने में मदद करेगी।
वर्ष 2019 में की गई थी घोषणा
वर्ष 2019 में तत्कालीन वन मंत्री दारा सिंह चौहान ने इटावा सफारी पार्क के दौरे के दौरान टाइगर सफारी बनाने की घोषणा की थी। लेकिन कोविड महामारी के कारण इस योजना में देरी हो गई थी। अब, इटावा सफारी के निदेशक के प्रयासों से यह प्रस्ताव दोबारा सक्रिय हुआ है और शासन को भेजा गया है।
पर्यटन को नई दिशा मिलेगी
इटावा सफारी के निदेशक डॉ. अनिल पटेल ने कहा कि टाइगर सफारी के प्रस्ताव पर तेजी से काम किया जा रहा है। इससे पार्क का आकर्षण और बढ़ेगा, और पर्यटकों की संख्या में भी वृद्धि हो सकती है। शेरों के साथ बाघों का दीदार दर्शकों के लिए एक विशेष आकर्षण बन जाएगा, जो सफारी के पर्यटन को नई दिशा दे सकता है।