

गर्मी का कहर आमजन पर भारी पड़ने लगा है, सोनभद्र में लू की चपेट में आई बच्ची की मौत से डरे हुए परिजन प्रशासन से राहत की गुहार लगा रहे हैं। पढें डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी खबर
सोनभद्र में लू से बच्ची की मौत
सोनभद्र: जिले में बढ़ती भीषण गर्मी और लू (हिट वेव) का असर अब जानलेवा साबित होने लगा है। ताजा मामला दुद्धी कोतवाली क्षेत्र के रजखड़ गांव से सामने आया है, जहां लू की चपेट में आकर 10 वर्षीय मासूम रजनी कुमारी की मौत हो गई। इस दर्दनाक घटना के बाद से परिवार और गांव में शोक की लहर है। मासूम की अचानक मौत से माता-पिता बदहवास हैं और प्रशासन से जांच की मांग कर रहे हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, रजखड़ गांव निवासी निर्मल कुमार की पुत्री रजनी कुमारी अपने घर के पास अन्य बच्चों के साथ खेल रही थी। इस दौरान अचानक वह बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ी। उसकी मां ने जैसे ही यह देखा, तुरंत दौड़कर बेटी को उठाया और घर के अंदर लाई। कुछ ही देर में बच्ची को उल्टियां शुरू हो गईं, जिससे परिवार घबरा गया। आनन-फानन में पास के पड़ोसी संजय कुमार ने डायल 102 एंबुलेंस सेवा को कॉल किया और बच्ची को दुद्धी के सरकारी अस्पताल पहुंचाया गया।
सरकारी अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने रजनी की हालत को गंभीर बताते हुए उसे जिला अस्पताल लोढ़ी के लिए रेफर कर दिया। लेकिन अफसोस, वहां इलाज के दौरान ही बच्ची ने दम तोड़ दिया। मौत की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। बच्ची का शव पोस्टमार्टम के लिए दुद्धी मर्चरी हाउस लाया गया है।
घटना की जानकारी देते परिजन
बच्ची के पिता निर्मल कुमार ने प्रशासन को दिए गए प्रार्थना पत्र में साफ तौर पर कहा है कि उनकी बेटी की मौत लू (हिट वेव) के कारण हुई है और वे पोस्टमार्टम कराकर इस दर्दनाक सच्चाई को सामने लाना चाहते हैं। उन्होंने सरकार से इस प्रकार की घटनाओं से निपटने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है।
गौरतलब है कि इन दिनों सोनभद्र जिले में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। दिन में 12 बजे से 4 बजे के बीच गर्म हवा और धूप इतनी तीव्र हो गई है कि आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह स्थिति और भी खतरनाक साबित हो रही है।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगातार चेतावनी दी जा रही है कि लोग दोपहर के समय घर से बाहर न निकलें, पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं और शरीर को ढककर रखें। साथ ही बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ख्याल रखने की भी अपील की गई है।
यह घटना साफ तौर पर दर्शाती है कि लू केवल एक मौसम संबंधी परेशानी नहीं, बल्कि एक गंभीर स्वास्थ्य संकट बन चुका है। प्रशासन को चाहिए कि वह गर्मी के इस कहर को देखते हुए तत्काल राहत और जागरूकता अभियान चलाए, ताकि भविष्य में इस तरह की दर्दनाक घटनाओं को रोका जा सके।