

नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ किसानों की जंग शुरू हो गई। किसानों का कहना है कि तब तक आंदोलन जारी रहेगा। प्राधिकरण को बातचीत यहीं करनी होगी। हम कहीं और नहीं जाएंगे। इसके बाद पंचायत बुलाई जाएगी, जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी।
नोएडा प्राधिकरण के बाहर तनाव का माहौल
Noida News: नोएडा प्राधिकरण की नीतियों और किसानों के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ सोमवार को भारतीय किसान परिषद के नेतृत्व में सैकड़ों किसानों ने प्राधिकरण कार्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। प्राधिकरण परिसर के चारों ओर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा और कई जगहों पर बेरिकेडिंग लगाकर किसानों को रोका गया, लेकिन किसानों का आक्रोश कम नहीं हुआ।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, प्रदर्शन के दौरान भारतीय किसान परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखवीर खलीफा ने ऐलान किया कि जब तक किसानों की समस्याओं पर गंभीरता से चर्चा नहीं होती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा, “प्राधिकरण को बातचीत यहीं करनी होगी। हम कहीं और नहीं जाएंगे। इसके बाद पंचायत बुलाई जाएगी, जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी।”
प्राधिकरण पर गंभीर आरोप
सुखवीर खलीफा ने नोएडा प्राधिकरण पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि किसानों की आबादी की जमीन पर बने मकानों को अवैध बताकर जबरन तोड़ा जा रहा है। हाल ही में एक किसान का घर इसलिए तोड़ दिया गया, क्योंकि उसने प्राधिकरण के एक अधिकारी को रिश्वत नहीं दी। उन्होंने दावा किया कि इस घटना से जुड़ा वीडियो उन्होंने खुद रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर वायरल किया है, लेकिन अब तक उस अधिकारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। किसानों का कहना है कि यह तानाशाही अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
किसानों की प्रमुख मांगें
योगी के मंत्री से किसान नाराज
किसानों का आरोप है कि प्राधिकरण की नीतियां किसानों के खिलाफ हैं और लगातार उन्हें दबाया जा रहा है। इससे पहले शनिवार को किसानों के एक प्रतिनिधिमंडल ने औद्योगिक विकास मंत्री से मुलाकात कर अपनी समस्याएं रखी थी। किसानों को उस समय आश्वासन मिला था कि उनकी शिकायतों पर विचार किया जाएगा। लेकिन प्रदर्शनकारी किसानों का कहना है कि अब तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई, जिससे उनकी नाराजगी और बढ़ गई है।
प्राधिकरण में भारी सुरक्षा, लेकिन आंदोलन जारी
प्रदर्शन को देखते हुए नोएडा प्राधिकरण कार्यालय के आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए। पुलिस ने कई जगहों पर बैरिकेड्स लगाकर किसानों को रोकने की कोशिश की, लेकिन सैकड़ों की संख्या में जुटे किसानों ने अपने इरादे स्पष्ट कर दिए अब पीछे हटना नहीं है। सुखवीर खलीफा ने मंच से स्पष्ट कहा, “प्राधिकरण की तानाशाही अब बर्दाश्त नहीं होगी। हम अपने हक के लिए लड़ेंगे, चाहे जितना लंबा संघर्ष करना पड़े। ये आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक मांगों पर अमल नहीं होता और जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं की जाती।”