

परागपुर स्थित कमला प्रसाद मिश्र इंटर कॉलेज में शिक्षकों पर हुए हमले और महिला शिक्षिकाओं के साथ दुर्व्यवहार की घटना ने पूरे शिक्षा जगत को झकझोर दिया है। वेतन की मांग करना जहां एक अधिकार है, वहीं इस पर हुई बर्बरता अब समाज के लिए सवाल बन गई है। जानिए पूरी खबर विस्तार से डाइनामाइट न्यूज पर।
शिक्षकों पर हमला
Maharajganj: शिक्षा का मंदिर कहे जाने वाले स्कूल और कॉलेज में अगर शिक्षक खुद असुरक्षित महसूस करें तो यह समाज के लिए बेहद चिंताजनक संकेत है। परागपुर क्षेत्र के कमला प्रसाद मिश्र इंटर कॉलेज में ऐसा ही एक शर्मनाक मामला सामने आया है, जहां वेतन की मांग कर रहे शिक्षकों के साथ न केवल मारपीट की गई, बल्कि महिला शिक्षिकाओं के साथ छेड़छाड़ और दुर्व्यवहार भी किया गया। यह घटना पूरे जिले में चर्चा का विषय बन गई है और शिक्षक समाज में भारी आक्रोश देखा जा रहा है।
घटना की जानकारी के अनुसार कॉलेज के शिक्षक कई महीनों से वेतन न मिलने की समस्या से जूझ रहे थे। वे प्रबंधन से बार-बार निवेदन कर रहे थे कि उन्हें समय से वेतन दिया जाए, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। अंततः शिक्षकों ने एकजुट होकर शांतिपूर्ण विरोध दर्ज कराने का निर्णय लिया। इसी दौरान कॉलेज प्रबंधन से जुड़े कुछ लोगों ने शिक्षकों के साथ अभद्रता की। बात बढ़ी और हाथापाई तक पहुंच गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक,महिला शिक्षिकाओं को भी नहीं बख्शा गया। उनके साथ न केवल अपशब्दों का प्रयोग किया गया, बल्कि उन्हें चुप रहने और पीछे हटने की धमकियां भी दी गई। इस अमानवीय कृत्य की पुष्टि पीड़ित महिला शिक्षिकाओं ने भी की है। उनका कहना है कि कॉलेज प्रशासन ने उन्हें डराने-धमकाने की पूरी कोशिश की ताकि वे चुप रह जाएं।
इस घटना के बाद, कॉलेज परिसर में तनाव का माहौल बना हुआ है। छात्र-छात्राएं भी भयभीत हैं और इस घटना को लेकर निराशा जताई है। स्थानीय ग्रामीणों ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की है और शिक्षकों के समर्थन में प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है।
शिक्षक संगठनों ने भी एक स्वर में दोषियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए चेतावनी दी है कि अगर कार्रवाई नहीं हुई, तो वे जिलेभर में आंदोलन करेंगे। उनका कहना है कि शिक्षक समाज का अपमान सहन नहीं किया जाएगा।
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पीड़ित पक्ष की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। हालांकि खबर लिखे जाने तक किसी की गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं हुई थी।