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विश्व से सात अजूबों में शुमार और अपनी खूबसूरती के लिए दुनिया में मशहूर ताजमहल को इन दिनों जैसे किसी की नजर लग गई हो। शीतलहर, धुंध और कोहरे के बीच भी पर्यटक ताजनगरी पहुंच रहे हैं, लेकिन उन्हें ताजमहल के दर्शन नहीं हो पा रहे हैं।
कोहरे में छिपा ताजमहल (सोर्स- इंटरनेट)
Agra: अपनी बेगम मुमताज की याद में मुग़ल सम्राट शाहजहाँ द्वारा बनवाया गया ताजमहल आज सबसे खूबसूरत स्मारकों में शामिल है। विश्व के सात अजूबों में शामिल ताजमहल, जो अपनी अद्वितीय खूबसूरती और संगमरमर की चमक के लिए मशहूर है। इन दिनों मौसम की मार से अछूता नहीं है।
आगरा में शीतलहर और घने कोहरे ने पर्यटकों के लिए ताजमहल का दृश्य लगभग अदृश्य कर दिया है। भले ही ताजमहल आमतौर पर कुछ घंटों के लिए बंद रहता है, लेकिन देश-विदेश से आए सैलानी अपनी यात्रा की उम्मीद में यहां पहुंच ही जाते हैं।
सुबह से ही आगरा शहर पर घने कोहरे की चादर तनी रही। मौसम विभाग के अनुसार न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम 18 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। विशेषज्ञों के मुताबिक, यह कोहरा विशेष रूप से उत्तर भारत में दिसंबर और जनवरी में आम है और दृश्यता को 50 मीटर से भी कम कर देता है। परिणामस्वरूप, ताजमहल की सफेद संगमरमर की चमक धुंध में विलीन हो गई।
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ताजमहल परिसर के बंद होने के कारण पर्यटक यमुना नदी पार स्थित एडीए पॉइंट, कछपुरा इलाके और मेहताब बाग की ओर जाने को मजबूर हुए। हालांकि, दूर से भी दृश्य अधूरा ही नजर आया। आगरा पर्यटन अधिकारी ने बताया कि इस मौसम में ताजमहल की सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के लिए परिसर को बंद रखना आवश्यक होता है।
हाल ही में दिल्ली और आगरा के पर्यावरण विशेषज्ञों ने एक अध्ययन प्रकाशित किया है, जिसमें कहा गया है कि शीतकाल में औद्योगिक और वाहन प्रदूषण मिलकर कोहरे की मोटाई बढ़ा देते हैं। इस धुंध में ताजमहल जैसी संगमरमर की इमारतों की दृश्यता 70 प्रतिशत तक कम हो जाती है। विशेषज्ञों का मानना है कि धुंध और ठंड से न केवल पर्यटक प्रभावित होते हैं, बल्कि संगमरमर पर नमी का असर भी पड़ता है, जिससे सफेद चमक अस्थायी रूप से धुंधली दिखाई देती है।
पर्यटक निराश (सोर्स- गूगल)
कोहरे में अदृश्य ताजमहल को देखकर देशी-विदेशी पर्यटक मायूस दिखे। कई पर्यटकों ने बताया कि इतनी लंबी यात्रा और इंतजार के बाद भी ताजमहल का दीदार नहीं हो सका। स्थानीय गाइड्स का कहना है कि जनवरी और फरवरी में अक्सर सुबह और शाम को कोहरा अधिक होता है, इसलिए आने वाले पर्यटकों को धैर्य रखना चाहिए।
आगरा पर्यटन व्यापारियों के अनुसार, शुक्रवार की ताजमहल बंदी और मौसम की बेरुखी ने व्यवसाय पर नकारात्मक असर डाला। होटल और स्थानीय बाजारों में भी ग्राहक संख्या अपेक्षा से कम रही। विशेषज्ञों का अनुमान है कि अगर कोहरा और ठंड इसी तरह बना रहता है, तो जनवरी के पहले सप्ताह में भी पर्यटन गतिविधियां प्रभावित हो सकती हैं।
मौसम विभाग का कहना है कि अगले हफ्ते से हल्की धूप और साफ मौसम की संभावना है। इससे ताजमहल के संगमरमर की असली चमक पर्यटकों को दिखने लगेगी। अधिकारी ने सलाह दी है कि पर्यटक सुबह के समय कम धुंध वाले घंटे का फायदा उठाएं।
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