Varanasi News: बीएचयू में PHD प्रवेश को लेकर छात्रों का प्रदर्शन, विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी

बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के छात्रों ने पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया में अनियमितताओं को लेकर जमकर प्रदर्शन किया। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी खबर

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 28 April 2025, 6:35 PM IST
google-preferred

वाराणसी: बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के छात्रों ने पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया में अनियमितताओं को लेकर सोमवार को सेंट्रल ऑफिस के बाहर जमकर प्रदर्शन किया। छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और अपनी आवाज बुलंद की। यह प्रदर्शन छात्रों द्वारा पिछले कई दिनों से चल रहे आंदोलन का एक हिस्सा है, जिसमें उन्हें पीएचडी में प्रवेश प्राप्त करने के लिए प्रदर्शनों का सहारा लेना पड़ा है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, छात्रों का कहना है कि बीएचयू में पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया में कई समस्याएँ उत्पन्न हो रही हैं। कई छात्रों ने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय प्रशासन न केवल प्रवेश प्रक्रिया को सुचारू रूप से नहीं चला रहा है, बल्कि समय पर जानकारी भी उपलब्ध नहीं करवा रहा है। छात्रों का यह भी कहना है कि पिछले कुछ समय से उन्हें प्रवेश के संबंध में कोई स्पष्ट दिशा-निर्देश नहीं मिल पा रहे हैं, जिसके चलते उन्हें अपनी पढ़ाई को लेकर चिंता है।

PHD प्रवेश को लेकर छात्रों ने किया प्रदर्शन

सेंट्रल ऑफिस के बाहर धारा प्रवाहित कर रहे छात्रों ने नारेबाजी करते हुए 'हमारी मांगें पूरी करो' जैसे नारे लगाकर प्रशासन का ध्यान आकर्षित करने का प्रयास किया। प्रदर्शनकारियों में छात्र-छात्राएं, विभिन्न विभागों के शोधार्थी और कई वरिष्ठ विद्यार्थी शामिल थे।

बीएचयू के प्रशासन से छात्रों ने की ये मांग

छात्रों ने कहा कि यदि उनकी मांगों पर तुरंत ध्यान नहीं दिया गया, तो वे और भी बड़े आंदोलन की योजना बना सकते हैं। उनका कहना है कि वे बीएचयू के प्रशासन से चाहते हैं कि वह न केवल पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया को सुधारें, बल्कि उन्हें उचित समय पर जानकारी भी प्रदान करें। छात्रों का यह भी कहना था कि प्रतिवर्ष अनेक छात्र पीएचडी में प्रवेश लेने के लिए आवेदन करते हैं, और किसी भी प्रकार की अनियमितता के कारण उनकी पढ़ाई प्रभावित होती है।

विश्वविद्यालय प्रशासन पर बढ़ रहा दबाव

प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने अपने-अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय की जिम्मेदारी है कि वह सभी छात्रों को समान अवसर मुहैया कराए। इस आंदोलन से विश्वविद्यालय प्रशासन पर दबाव बढ़ रहा है और ऐसे में प्रशासन को चाहिए कि वह छात्रों की समस्याओं की गंभीरता को समझे और तदनुसार उचित कदम उठाए।

Location :