सोनभद्र में सपा का प्रदर्शन: कर्नल सोफिया कुरैशी के सम्मान में सपा ने उठाई आवाज, मंत्री शाह की बर्खास्तगी की मांग

मध्यप्रदेश के मंत्री विजय शाह द्वारा महिलाओं के खिलाफ दिए गए विवादित बयान के विरोध में सपा ने आज सोनभद्र जिले में जोरदार प्रदर्शन किया। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: सौम्या सिंह
Updated : 15 May 2025, 5:39 PM IST
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सोनभद्र: मध्यप्रदेश के मंत्री विजय शाह द्वारा महिलाओं के खिलाफ दिए गए विवादित बयान के विरोध में समाजवादी पार्टी (सपा) ने आज सोनभद्र जिले में जोरदार प्रदर्शन किया। सपा महिला सभा जिला अध्यक्ष गीता गौर के नेतृत्व में रॉबर्ट्सगंज नगर के स्वर्ण जयंती चौक पर आयोजित इस प्रदर्शन में कई सपा कार्यकर्ताओं ने भाग लिया और भाजपा के खिलाफ नारेबाजी की।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, प्रदर्शन के दौरान गीता गौर ने कहा कि मंत्री विजय शाह का बयान केवल एक उच्च सैन्य महिला अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी का अपमान नहीं है, बल्कि यह देश की सारी महिलाओं का अपमान है। उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं की 'नारी विरोधी सोच' ने इस प्रकार के विवादित बयानों को जन्म दिया है। सपा नेताओं ने यह भी कहा कि भाजपा में महिलाएं केवल एक दिखावे के तौर पर हैं, जबकि वास्तविकता में उनकी गरिमा और सम्मान से खिलवाड़ किया जा रहा है।

सपा ने मंत्री विजय शाह पर बोला हमला

सपा सचिव प्रमोद यादव ने भी इस अवसर पर मंत्री विजय शाह पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि "कर्नल सोफिया कुरैशी का परिवार पिछले तीन दशकों से देश की सेवा कर रहा है, लेकिन भाजपा के नेता नारी का सम्मान करने के बजाय उन्हें अपमानित करने का काम कर रहे हैं।" उन्होंने यह भी कहा कि यदि भाजपा वास्तव में महिलाओं के उत्थान के प्रति गंभीर होती तो इस मुद्दे पर त्वरित कार्रवाई करती। "हाईकोर्ट ने उनके खिलाफ FIR दर्ज करने का आदेश दिया है, लेकिन अभी तक भाजपा के उच्च पदाधिकारियों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई है," उन्होंने कहा।

विजय शाह को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग

सपा ने मांग की है कि विजय शाह को मंत्रिमंडल से तुरंत बर्खास्त किया जाए और उनके खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए। गीता गौर ने कहा, "भाजपा के नेताओं के ऐसे बयान उनकी नारी विरोधी सोच को उजागर करते हैं। हमें महिलाओं की भावना का सम्मान करते हुए कार्य करना चाहिए। ऐसे लोग मंत्री बनने के योग्य नहीं हैं।"

इस प्रदर्शन के माध्यम से सपा ने समाज में नारी शक्ति के प्रति सम्मान की मांग उठाई है और साथ ही यह स्पष्ट किया है कि वह महिलाओं के सम्मान के लिए हमेशा खड़ी रहेगी। सपा का यह हल्ला बोल यह संदेश देने के लिए भी था कि महिलाओं को अपमानित करने वालों के खिलाफ सभी को एकजुट होकर आवाज उठानी चाहिए।

सपा ने इस बात पर जोर दिया कि उनके प्रदर्शन के माध्यम से महासभा के सांसदों और विधायकों को भी इस विषय में ध्यान देना चाहिए कि महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक बयानों का कोई स्थान नहीं होना चाहिए। उन्होंने सभी लोगों से अपील की कि वे महिलाओं के सम्मान की रक्षा के लिए एकजुट हों और ऐसे नेताओं के खिलाफ आवाज उठाएं।

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