

मछलीशहर की सपा सांसद प्रिया सरोज ने अपने गांव में धान की रोपाई की, वीडियो वायरल हुआ। सोशल मीडिया पर लोग उनकी सादगी और जमीनी जुड़ाव की जमकर तारीफ कर रहे हैं।
धान की रोपाई करती सपा सांसद प्रिया सरोज (फोटो सोर्स- इंटरनेट)
Jaunpur: समाजवादी पार्टी (सपा) की युवा सांसद प्रिया सरोज इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा का केंद्र बनी हुई हैं। मछलीशहर से सांसद बनीं प्रिया सरोज का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वह अपने गांव के खेत में उतरकर धान की रोपाई करती नजर आ रही हैं। उनकी इस सादगी और जमीन से जुड़े अंदाज की सोशल मीडिया पर जमकर तारीफ हो रही है।
रविवार को मछलीशहर की सांसद प्रिया सरोज अपने पैतृक गांव करखियांव (पिंडरा तहसील, वाराणसी) में थीं। मौसम सुहावना था और हल्की फुहारें पड़ रही थीं, जिसे देख वह खेत की ओर निकल पड़ीं। वहां पहले से काम कर रही ग्रामीण महिलाओं और अपनी कुछ सहेलियों के साथ प्रिया ने खुद भी धान की रोपाई शुरू कर दी। यह दृश्य देखकर गांव की अन्य महिलाएं और लोग आश्चर्यचकित रह गए कि एक सांसद इतनी सहजता से खेत में काम कर रही हैं।
प्रिया सरोज ने खेत में धान रोपते हुए अपना वीडियो खुद रिकॉर्ड करवाया और इसे अपने फेसबुक पेज व इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट कर दिया। देखते ही देखते यह वीडियो वायरल हो गया। फेसबुक और इंस्टाग्राम पर जुड़े हजारों समर्थकों ने कमेंट कर उनकी जमकर सराहना की और उन्हें 'जमीनी नेता' बताया।
हमारा गाँव ❤️ pic.twitter.com/nJ6TvDjIWj
— Priya Saroj (@PriyaSarojMP) July 20, 2025
नेता नहीं, बेटी जैसी दिखीं सांसद- ग्रामीणों की प्रतिक्रिया
गांव के लोगों ने सांसद को खेत में देख उन्हें न केवल नेता बल्कि अपने परिवार की बेटी जैसा महसूस किया। महिलाओं ने कहा कि ऐसा दृश्य बहुत कम देखने को मिलता है जब कोई नेता चुनाव जीतने के बाद भी गांव, मिट्टी और खेतों से जुड़ा रहता है। यह दृश्य लोगों के दिल को छू गया।
सपा सांसद प्रिया सरोज ने अपने गांव में धान की रोपाई की
सिर्फ 25 वर्षीय प्रिया सरोज ने 2024 के लोकसभा चुनाव में मछलीशहर सीट से जीत दर्ज की थी और अब वह देश की सबसे युवा सांसदों में से एक हैं। उनकी यह सादगीपूर्ण छवि, जनता से जुड़ाव और परंपराओं से लगाव उन्हें अन्य नेताओं से अलग बनाता है। खेत में धान रोपती तस्वीरों और वीडियो ने इस बात को और मजबूती दी है।
वीडियो पोस्ट होते ही उनके फॉलोअर्स और आम जनता ने इसे तेजी से शेयर करना शुरू कर दिया। कुछ ने लिखा, 'यह होती है असली जनप्रतिनिधि की पहचान, तो कुछ ने कहा, सिर्फ संसद नहीं, खेतों में भी अपनी जिम्मेदारी निभा रही हैं प्रिया।