

शव की पहचान दिल्ली के त्रिलोकपुरी निवासी नीलेश पुत्री अहिवरन के रूप में हुई है। करीब 35 वर्षीय नीलेश का शव सूटकेस में बंद पाया गया था। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
नीलेश का फाइल फोटो
हापुड़: जिले के कोतवाली पिलखुवा क्षेत्र में स्थित गांव सिखेड़ा रजवाहे के पास 30 मई को एक बंद सूटकेस में महिला का शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई थी। मामले की जांच के बाद पुलिस ने हत्यारोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने महिला की हत्या का खुलासा कर दिया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, शव की पहचान दिल्ली के त्रिलोकपुरी निवासी नीलेश पुत्री अहिवरन के रूप में हुई है। करीब 35 वर्षीय नीलेश का शव सूटकेस में बंद पाया गया था। जिससे यह मामला संदिग्ध बना हुआ था। शव की स्थिति देखकर यह स्पष्ट था कि महिला की हत्या कर उसे सुनसान स्थान पर फेंक दिया गया था।
हत्या की कहानी आरोपी की जुबानी
पुलिस पूछताछ में हत्यारोपी सतेंद्र यादव ने बताया कि नीलेश के साथ प्रेम संबंध में था। नीलेश को किडनी की बीमारी थी। जो दिल्ली के धर्मशिला अस्पताल में भर्ती थी। जहां उससे मिलने गया था, मृतका के पिता और भाईयों से भी मुलाकात हो गई थी। पिछले साल अक्टूबर में पंजाब के पटियाला गया तो नीलेश को फोन करता था। जहां उसका फोन अक्सर व्यस्त जाता था। उसका फोन चेक करने के लिए लिया था। जिसमें लॉक लगा हुआ था। वहीं इसके नीलेश से 5.25 लाख रुपये उधार लिए थे।
28 मई को मिलने आई थी कमरे पर मृतका
हत्यारोपी सतेंद्र यादव ने बताया कि 28 मई को नीलेश कमरे पर मिलने आई थी। नीलेश दो लाख रुपये वापस मांगने का दबाव बना रही थी। जिसके चलते उसकी चुन्नी से गला दबाकर हत्या कर दी और उसके शव को कमरे में रखे सूटकेस में बंद कर दिया था।
टोल से बचने के लिए पहुंचा था रजवाहे के पास
हत्यारोपी सतेंद्र यादव ने बताया कि अक्सर काम से मुरादाबाद जाया करता था। टोल से बचने के लिए रजवाहे की सड़क का उपयोग किया करता था। रात होने के चलते उसके शव को रजवाहे में फेंक दिया और गाड़ी से वापस दिल्ली आ गया। वहीं किसी को शक न हो नीलेश का फोन तोड़कर गाजीपुर के नाले में फेंक दिया था।
हत्या में प्रयुक्त सामान बरामद
पुलिस ने हत्यारोपी के पास से घटना में प्रयुक्त गाड़ी, कागजात और फोन भी बरामद किए हैं। ये सामान पुलिस को मामले को सुलझाने में महत्वपूर्ण सुराग देने में मददगार साबित हुए। पुलिस का कहना है कि जल्द ही हत्यारोपी के अन्य साथी भी गिरफ्तार किए जा सकते हैं।
पिता ने थाने में दर्ज कराई थी पुत्री की गुमशुदगी
मृतका नीलेश के पिता अहिवरन ने पुत्री की गुमशुदगी मयूर विहार थाने में दर्ज कराई थी। पिलखुवा पुलिस ने करीब 500 सीसीटीवी कैमरे खंगाल कर मृतका नीलेश तक पहुंची और उसके परिजन से मिली। जहां उनको पुत्री की हत्या के बारे में जानकारी मिल पाई थी।