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गोरखपुर सदर तहसील में तहसीलदार ज्ञान प्रताप सिंह की अध्यक्षता में विकास कार्यों की समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक में समयबद्ध, गुणवत्तापूर्ण कार्य और पारदर्शिता पर जोर देते हुए लापरवाही पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों में पारदर्शिता और जवाबदेही ही जनता का विश्वास जीतने का सबसे बड़ा आधार है।
गोरखपुर सदर तहसील में विकास कार्यों की समीक्षा बैठक
Gorakhpur: जिले की सदर तहसील में विकास और राजस्व संबंधी कार्यों को गति देने के उद्देश्य से मंगलवार को एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता डिप्टी कलेक्टर/तहसीलदार सदर ज्ञान प्रताप सिंह ने की। इसमें नायब तहसीलदार भागीरथी सिंह, कानूनगो तथा सदर क्षेत्र से जुड़े सभी राजस्व और विभागीय कर्मचारी उपस्थित रहे।
बैठक का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र में चल रहे विभिन्न विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा करना और राजस्व प्रशासन से संबंधित लंबित मामलों के शीघ्र निस्तारण को सुनिश्चित करना था। तहसीलदार ने कहा कि सदर क्षेत्र को एक “मॉडल तहसील” के रूप में विकसित करने की दिशा में प्रशासन गंभीरता से काम कर रहा है और इसके लिए सभी अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी।
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बैठक में तहसीलदार ज्ञान प्रताप सिंह ने सदर क्षेत्र में चल रही प्रमुख योजनाओं की विस्तृत जानकारी ली। इनमें क्राफ्ट काउंटिंग, कृषक दुर्घटना बीमा भुगतान, फ्लाईओवर निर्माण, नाला चौड़ीकरण, सड़क विस्तार और गोंडधोइया नाला सुंदरीकरण जैसे महत्वपूर्ण कार्य शामिल थे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी कार्य निर्धारित समय सीमा के भीतर और गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूरे किए जाएं। उन्होंने स्पष्ट कहा कि किसी भी विकास कार्य में लापरवाही या ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बैठक में रजिस्ट्री कार्यालय से जुड़ी प्रक्रिया पर विशेष चर्चा हुई। तहसीलदार ने बताया कि शासन स्तर से रजिस्ट्री से संबंधित सॉफ्टवेयर प्रक्रिया पूरी कर ली गई है और बुधवार से रजिस्ट्री कार्य नियमित रूप से शुरू हो जाएगा। उन्होंने कर्मचारियों को निर्देश दिए कि सड़क चौड़ीकरण या नाला निर्माण के कारण जिन काश्तकारों की भूमि प्रभावित हुई है, उनके बचे हुए भू-भाग या मकानों की रजिस्ट्री बिना किसी देरी और परेशानी के की जाए। उन्होंने कहा कि जनता को राहत और पारदर्शिता देना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
ज्ञान प्रताप सिंह ने कहा कि तहसील प्रशासन का लक्ष्य जनता को सरल, पारदर्शी और समयबद्ध सेवाएं प्रदान करना है। उन्होंने नायब तहसीलदारों और कानूनगों को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों का नियमित निरीक्षण करें और विकास कार्यों की प्रगति रिपोर्ट समय-समय पर तहसील कार्यालय में प्रस्तुत करें। उन्होंने यह भी कहा कि क्षेत्रीय निरीक्षण और निगरानी से ही यह सुनिश्चित किया जा सकता है कि कार्यों की गति और गुणवत्ता दोनों बनी रहे।
बैठक के अंत में तहसीलदार ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों से ईमानदारी, जिम्मेदारी और समर्पण के साथ कार्य करने की अपील की। उन्होंने कहा कि सदर तहसील को मॉडल तहसील बनाने का लक्ष्य रखा गया है और इसे प्राप्त करने के लिए प्रशासन पूरी गंभीरता से काम कर रहा है। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि जनहित से जुड़े कार्यों में किसी भी प्रकार की शिथिलता या लापरवाही पाए जाने पर संबंधित कर्मचारी या अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों में पारदर्शिता और जवाबदेही ही जनता का विश्वास जीतने का सबसे बड़ा आधार है।