Sonbhadra: जिले के चोपन थाना क्षेत्र अंतर्गत बघनार गांव में पैतृक संपत्ति हड़पने के लिए फर्जी दस्तावेजों के इस्तेमाल का गंभीर मामला सामने आया है। इस मामले में पीड़ित संतोष कुमार सिंह ने अपने ही भतीजे राहुल सिंह समेत चार लोगों के खिलाफ जालसाजी, धोखाधड़ी और षड्यंत्र की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है।
आरोप है कि जमीन के लालच में आरोपी पक्ष ने फर्जी परिवार रजिस्टर और मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाया। यही नहीं, एक अन्य महिला के नाम का कूटरचित उपयोग करते हुए फर्जी वसीयत तैयार कर उसे 2008 में पंजीकृत भी करवा लिया।
कैसे हुआ फर्जीवाड़ा?
पीड़ित संतोष कुमार सिंह ने अपनी शिकायत में बताया कि उनकी दादी का देहांत वर्ष 2008 में हो चुका था, लेकिन आरोपी राहुल सिंह ने उसी वर्ष एक दूसरी महिला की पहचान का उपयोग कर फर्जी वसीयत तैयार की। इसके बाद आरोपियों ने इस वसीयत के आधार पर तहसील और भूमि चकबंदी अदालतों में दावे दायर किए।
अदालतों ने खारिज किए फर्जी दस्तावेज
जब इन दस्तावेजों की प्रामाणिकता की जांच हुई, तो वे पूरी तरह फर्जी और कूटरचित पाए गए। अदालतों ने दावों को सिरे से खारिज कर दिया। इसके बावजूद जब स्थानीय पुलिस थाने में शिकायत दी गई, तो कोई कार्रवाई नहीं हुई।
न्यायालय के आदेश पर दर्ज हुआ मुकदमा
परेशान होकर संतोष कुमार सिंह ने न्यायालय की शरण ली। अदालत ने मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस को मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया। आदेश के अनुपालन में पुलिस ने राहुल सिंह, उनके पिता राजेंद्र प्रताप सिंह, लालमोहन सिंह और अर्जुन मिश्रा के खिलाफ आईपीसी की धारा 419, 420, 467, 468, 471, 120बी के तहत मामला दर्ज कर लिया है। फिलहाल मामले की जांच जारी है।
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सामाजिक और पारिवारिक स्तर पर गहराया विवाद
यह मामला ना सिर्फ कानूनी बल्कि पारिवारिक स्तर पर भी बड़ा विवाद बन गया है। परिवार में जमीनी विवाद के चलते आपसी रिश्तों में खटास आ गई है और गांव में इस मामले को लेकर चर्चा का विषय बना हुआ है।