

रायबरेली विजिलेंस की टीम ने आज डलमऊ में एक वीडीओ के खिलाफ कार्रवाई की है।। पढिये डाइनामाइट न्यूज़ की यह खबर
वीडीओ प्रेमचंद रावत को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा
रायबरेली: जनपद में भ्रष्ट अधिकारियों के ऊपर विजिलेंस टीम में कार्रवाई की है । लखनऊ से आई विजिलेंस की टीम ने रायबरेली के डलमऊ ब्लॉक में एक ग्राम विकास अधिकारी को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार विजिलेंस ने वीडीओ प्रेमचंद रावत को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया। घटना आज दोपहर करीब की है। एक किसान ने अपने काम के लिए ग्राम विकास अधिकारी से संपर्क किया। अधिकारी ने काम के बदले रिश्वत की मांग की। किसान के पास पैसे नहीं थे। उसने इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से कर दी।
शिकायत मिलते ही एंटी करप्शन टीम ने कार्रवाई की योजना बनाई। टीम ने रिश्वत की राशि के साथ अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया। इस कार्रवाई से ब्लॉक कार्यालय में हड़कंप मच गया। विभाग द्वारा अधिकारी के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
इस मामले में एडीओ पंचायत डलमऊ ने बताया कि विजिलेंस की टीम आई थी तब है ग्राम चौपाल कुड़वल में थे। उन्हें जानकारी मिली कि विजिलेंस की टीम आई थी। उन्हें कागज चाहिये थी। इसके बाद मैने उन्हें डोकोमेंट्स की फोटो कॉपी लेने के लिये कहा। इसके बाद उन्होंने डोकोमेंट्स अपने साथ ले गए एडीओ पंचायत ने जानकारी देते हुए बताया कि ग्रामविकास अधिकारी प्रेमचंद रावत को अपने साथ ले गई है।
विजिलेंस टीम, जिसे सतर्कता टीम भी कहा जाता है, एक ऐसी टीम होती है जो किसी संगठन या विभाग में सतर्कता और निगरानी का काम करती है। इसका मुख्य उद्देश्य भ्रष्टाचार, अनियमितताओं और धोखाधड़ी जैसी गतिविधियों को रोकना और उनका पता लगाना है।
सतर्कता विभाग सतर्कता से संबंधित सभी मामलों में प्रबंधन को सलाह देता है। विभाग सीवीसी और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के साथ बातचीत के लिए नोडल एजेंट के रूप में भी कार्य करता है। सतर्कता विभाग के कार्यों का व्यापक विस्तार है और इसमें संगठन के कर्मचारियों द्वारा किए गए या किए जाने वाले भ्रष्ट आचरणों के बारे में आसूचना एकत्र करना शामिल है।