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प्रयागराज में जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने विद्युत विभाग से संबंधित आईजीआरएस शिकायतों के निस्तारण की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान शिकायतों के निस्तारण की गुणवत्ता खराब पाए जाने और बड़ी संख्या में फीडबैक खराब मिलने पर जिलाधिकारी ने विभाग के 9 अभियंताओं को प्रतिकूल प्रविष्टि देने के निर्देश दिए। इसके अलावा एक अधिशासी अभियंता और नोडल अधिकारी को लापरवाही के आरोप में स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने को कहा गया है।
जिलाधिकारी ने विद्युत विभाग की शिकायतों को लेकर की समीक्षा
Prayagraj: प्रयागराज में जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने विद्युत विभाग से संबंधित आईजीआरएस शिकायतों के निस्तारण की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान शिकायतों के निस्तारण की गुणवत्ता खराब पाए जाने और बड़ी संख्या में फीडबैक खराब मिलने पर जिलाधिकारी ने विभाग के 9 अभियंताओं को प्रतिकूल प्रविष्टि देने के निर्देश दिए। इसके अलावा एक अधिशासी अभियंता और नोडल अधिकारी को लापरवाही के आरोप में स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने को कहा गया है।
जिलाधिकारी के निर्देशानुसार अधिशासी अभियंता खण्ड-2, बमरौली, फाफामऊ, हंडिया, मेजा, नैनी, टैगोर टाउन, म्यौहाल तथा खण्ड-1 के अभियंताओं को शिकायतों के खराब निस्तारण के कारण प्रतिकूल प्रविष्टि दी जाएगी। इसके साथ ही अधिशासी अभियंता करैलाबाग और नोडल अधिकारी को कार्य में लापरवाही पाए जाने पर स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया है।
जिलाधिकारी ने बैठक में अधिकारियों को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि शिकायतों का निस्तारण गुणवत्तापूर्ण होना चाहिए। शिकायतकर्ता से अनिवार्य रूप से बातचीत की जानी चाहिए और उनकी संतुष्टि सुनिश्चित की जानी चाहिए। यदि किसी अधिकारी द्वारा शिकायतकर्ता से संपर्क नहीं किया गया या शिकायत सही ढंग से निपटाई नहीं गई तो उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने बताया कि वे स्वयं प्रतिदिन 10 शिकायतकर्ताओं से बात करेंगे। इसके अलावा अपर जिलाधिकारी 20 और उपजिलाधिकारी 30 शिकायतकर्ताओं से प्रतिदिन संवाद करेंगे। यदि शिकायतकर्ताओं ने बताया कि संबंधित अधिकारी द्वारा उनसे कोई संपर्क नहीं किया गया, तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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इस समीक्षा बैठक में अपर जिलाधिकारी नगर श्री सत्यम मिश्र के साथ-साथ विद्युत विभाग के अभियंतागण भी मौजूद रहे। सभी अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे शिकायतों के निस्तारण में गंभीरता दिखाएं और विभाग की कार्यशैली में सुधार करें।