जनपद में पुलिस ने 16 साल की लापता छात्रा को महज 8 घंटे के भीतर बरामद किया। पुलिस ने छात्रा के अपहरणकर्ताओं को भी गिरफ्तार किया है। किशोरी के परिजनों ने अपहरण की तहरीर दी थी जिसके बाद पुलिस ने तहरीर के आधार पर अपहरण का मुकदमा दर्ज किया था।

पुलिस ने किशोरी को किया बरामद
Raebareli: जनपद में पुलिस ने 16 साल की लापता छात्रा को महज 8 घंटे के भीतर बरामद किया। पुलिस ने छात्रा के अपहरणकर्ताओं को भी गिरफ्तार किया है। किशोरी के परिजनों ने अपहरण की तहरीर दी थी जिसके बाद पुलिस ने तहरीर के आधार पर अपहरण का मुकदमा दर्ज किया था।
पुलिस ने छात्रा के साथ एक युवक को किया गिरफ्तार। छात्रा का अपहरण करने के बाद अपहरणकर्ता ने इंस्टाग्राम पर छात्रा की कुर्सी से बँधी तस्वीर जारी करते हुए धमकी दी थी कि कल तुम्हारी बेटी का शव मिल जायेगा। छात्रा के पिता पेशे से हैं वकील हैं।
पुलिस अधीक्षक डॉक्टर यशवीर सिंह ने बताया कि थाना भदोखर क्षेत्र में एक अधिवक्ता द्वारा बताया गया कि उसकी लड़की गायब हो गई है। उन्होंने बताया था कि आरोपी ने एक फोटो भेजी है जिसमें वह कुर्सी से बंधी हुई है और धमकी भरे लहजे में बात कही गई थी। जिसके बाद पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया।
सीओ सदर की अगुवाई में टीम गठित की गई और लड़की को सकुशल बरामद कर लिया गया है। इस मामले में मुख्य अभियुक्त साहिल मौर्य और उसके एक साथी विकास को पकड़ा गया है। पुलिस आगे की कार्रवाही कर रही है।
मामले की जानकारी देते आलाधिकारी
परिजनों ने इस पूरे मामले की जानकारी पुलिस को देते हुए कार्यवाही करने की मांग की ।
गौरतलब है कि पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तब अधिवक्ताओं ने नेशनल हाईवे जाम करते हुए हंगामा कर दिया और नाबालिक की बरामदगी को लेकर जमकर विवाद किया हालांकि पूरी घटना के बाद पुलिस ने नाबालिक को सकुशल बरामद कर लिया है और पूछताछ जारी है।
जानकारी के अनुसार रायबरेली जिले के भदोखर कोतवाली थाना क्षेत्र के अंतर्गत बेला घुसुसी गांव से जुड़ा हुआ है जहां पर रहने वाले अधिवक्ता निरंजन पाल पेशे से दीवानी कचहरी में वकालत करते हैं। उन्होंने बताया कि 1:30 बजे जब मेरी बेटी घर पर अकेली थी तो अपहरण कर्ताओं ने उसका घर से अपहरण कर लिया इंस्टाग्राम पर फोटो के माध्यम से लड़की को बचाने को लेकर धमकी दी गई।
इस पूरी घटना में पीड़ित अधिवक्ता निरंजन पाल द्वारा बताया गया कि मेरी पत्नी श्रीमती गिरिजेश अपने काम से घर से बाहर थी और बेटी घर पर अकेले थी और मेरा बेटा जब कोचिंग पढ़ कर वापस घर आया तो घर पर कोई नहीं था तब उसने मेरी पत्नी से पूछा तो पत्नी ने बताया कहीं गई होगी अगल-बगल अभी आ जाएगी लेकिन शाम 3:30 बजे तक मेरी बेटी नेहा वापस नहीं आई।
आधे घंटे तक उसकी खोजबीन की गई उसके बाद जब मेरी पत्नी के मोबाइल पर बेटी को कुर्सी पर बैठकर उसके दोनों हाथ बंधे हुए फोटो आए तो अपहरण की शंका बढ़ गई जिसके बाद मेरे द्वारा पुलिस को इसकी जानकारी दी गई और वह फोटो दिखाया गया।
घटना के बाद पुलिस अधीक्षक डॉक्टर यशवीर सिंह ने मामले का तत्काल खुलासा करने के लिए जिले की एसओजी, सर्विलांस टीम, तीन थानों की टीम के साथ कैमरा टीम भी लगा दी जिसमें लगभग चार इंस्पेक्टर, पांच सब इंस्पेक्टर और दर्जनों सिपाही लड़की की बरामदगी के लिए एक्टिवेट कर दिए थे।