

फतेहपुर जिले में अधिवक्ताओं ने एकजुट होकर पहलगाम आतंकी हमले का विरोध किया। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
बार एसोसिएशन ने जताया आक्रोश
जम्मू: 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस क्रूर हमले में 28 से अधिक निर्दोष नागरिकों की मौत और 20 से अधिक लोगों के घायल होने की खबर ने हर संवेदनशील दिल को झकझोर कर रख दिया है। आतंकियों ने बैसरन घाटी में पर्यटकों को निशाना बनाकर अंधाधुंध फायरिंग की। पीड़ितों के मुताबिक आतंकियों ने पहले लोगों से उनका नाम और धर्म पूछा और फिर उन्हें गोलियों से भून दिया। इस अमानवीय घटना की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े संगठन 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' (TRF) ने ली है।
इस हमले को 2019 के पुलवामा आतंकी हमले के बाद नागरिकों पर सबसे घातक आतंकी हमला बताया जा रहा है। इस घटना को लेकर पूरे देश में गुस्से और शोक की लहर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह समेत देश के तमाम बड़े नेताओं, खिलाड़ियों, फिल्म अभिनेताओं और आम नागरिकों ने इस हमले की कड़ी निंदा की है।
फतेहपुर में अधिवक्ताओं का विरोध
उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में अधिवक्ताओं ने एकजुट होकर इस घटना का विरोध किया। बुधवार को जिला बार एसोसिएशन फतेहपुर द्वारा शांति मार्च निकाला गया तथा बाद में राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से सौंपा गया। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष गया प्रसाद दुबे व महासचिव जितेंद्र सिंह गौतम के नेतृत्व में सैकड़ों अधिवक्ता कलेक्ट्रेट पहुंचे। उन्होंने इस कायराना हमले की कड़ी निंदा की तथा कहा कि पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों द्वारा तीर्थयात्रियों व पर्यटकों को निशाना बनाना मानवता के विरुद्ध सबसे बड़ा अपराध है। अधिवक्ताओं ने केंद्र सरकार से मांग की कि इस हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया जाए तथा दोषियों को कड़ी सजा मिले। ज्ञापन में राष्ट्रपति से विशेष रूप से मांग की गई कि भारत आतंकवाद को समर्थन देने वाले देशों के विरुद्ध कठोर कूटनीतिक व सैन्य कदम उठाए। साथ ही सुरक्षा बलों को जम्मू-कश्मीर में आतंकी नेटवर्क को पूरी तरह से नष्ट करने की पूरी छूट दी जाए।
आम जनता भी हुई शामिल
अधिवक्ताओं के इस विरोध प्रदर्शन में आम नागरिक भी शामिल हुए। शहर के विभिन्न इलाकों से लोग कलेक्ट्रेट पहुंचे और हमले के खिलाफ आवाज उठाई। लोगों ने कहा कि अब समय आ गया है जब आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक जंग छेड़ी जाए और ऐसे संगठनों को जड़ से उखाड़ फेंका जाए।
देश को एकजुट होकर आतंकवाद का सामना करना होगा
बार एसोसिएशन के अध्यक्ष गया प्रसाद दुबे ने कहा कि आतंकवादियों द्वारा किया गया यह हमला सिर्फ कुछ निर्दोष लोगों की जान नहीं ले रहा है बल्कि यह देश की एकता और शांति पर हमला है। उन्होंने कहा कि अब हमारे पास चुप रहने का समय नहीं है। देश को एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कदम उठाने होंगे। हम हर उस ताकत के साथ खड़े हैं जो इस जंग में भारत के साथ है।
हमले के बाद बढ़ी सुरक्षा
पहलगाम हमले के बाद सरकार ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। केंद्र ने जम्मू-कश्मीर में अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती के निर्देश दिए हैं। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने हमले की जांच शुरू कर दी है और सुरक्षा एजेंसियों को इस आतंकी हमले के पीछे की साजिश का पता लगाने के निर्देश दिए गए हैं।