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कासगंज जिले में शुक्रवार को जनाक्रोश देखने को मिला जहां व्यापारियों और नागरिकों ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
कासगंज में पहलगाम हमले का विरोध(सोर्स-इंटरनेट)
कासगंज: उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में शुक्रवार को जनाक्रोश देखने को मिला जब स्थानीय व्यापारियों और नागरिकों ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। इस आतंकवादी घटना को लेकर जिले में आक्रोश का माहौल रहा और आतंकवाद के खिलाफ गुस्साए लोगों ने बाजार बंद रखे और सड़कों पर उतरकर अपना विरोध दर्ज कराया।
सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग
व्यापारियों ने जानबूझकर अपनी दुकानें बंद रखीं और इस हमले में घायल और मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की। साथ ही उन्होंने देश में बार-बार हो रहे ऐसे हमलों को लेकर सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग भी की। सुबह से ही मुख्य बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा, दुकानों के शटर गिरे रहे और सामान्य जनजीवन थोड़ा प्रभावित नजर आया।
जमकर की नारेबाजी
दोपहर में विभिन्न व्यापारी संगठनों और स्थानीय सामाजिक संगठनों के बैनर तले जुलूस निकाला गया, जो मुख्य बाजार से होकर गुजरा। प्रदर्शनकारियों के हाथों में तख्तियां और बैनर थे, जिन पर 'आतंकवाद मुर्दाबाद', 'देश के गद्दारों को सजा दो' जैसे नारे लिखे थे। लोगों ने देश की एकता और अखंडता के समर्थन में नारे लगाए।
कड़ी कार्रवाई की मांग
विरोध प्रदर्शन का मुख्य आकर्षण आतंकवाद का पुतला दहन रहा, जो नगर के मुख्य चौराहे पर किया गया। नागरिकों ने आतंकवाद के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर करने के लिए प्रतीकात्मक रूप से आतंकवाद का पुतला जलाया और सख्त कार्रवाई की मांग की। इस दौरान पुलिस बल भी तैनात रहा, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। व्यापारी नेता मनोज अग्रवाल ने मीडिया से बातचीत में कहा, "हम कासगंज के व्यापारी और नागरिक देश के साथ हैं। हमारे देश के जवान और नागरिक बार-बार आतंकवाद का शिकार हो रहे हैं और अब समय आ गया है कि केंद्र सरकार और सेना ऐसे हमलों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करे।" विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा और किसी भी तरह की कोई गड़बड़ी की खबर नहीं आई। विरोध प्रदर्शन को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रखी थी।
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